पलवल | हरियाणा सरकार यातायात और परिवहन व्यवस्था को पहले से बेहतर बनाने के लिए लगातार सड़कें और रेलमार्ग बनवा रही है. सड़कें जितनी मजबूत होंगी,राज्य उतना ही मजबूत होकर विकास की ओर बढ़ेगा. वहीं, अब जल्द ही हरियाणा के अलीगढ़ से पलवल जिले तक ग्रीन फील्ड हाईवे (अलीगढ़ से पलवल ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे) तैयार किया जाएगा.
एनएचएआई स्तर पर शुरू हुई प्रक्रिया
तालीम के शहर अलीगढ़ को हरियाणा और एनसीआर से जोड़ने वाले अलीगढ़- पलवल हाईवे पर वाहनों का लोड कम करने के साथ ही लोगों की सुविधा के लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा. हाईवे की डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया एनएचएआई स्तर पर शुरू कर दी गई है. अलीगढ़- पलवल राजमार्ग का निर्माण पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड द्वारा किया गया था. इस रूट को 552 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया था और 67 किमी लंबे इस हाईवे को बनने में करीब पांच साल का समय लगा था.
पीडब्ल्यूडी ने मार्च 2022 को हाईवे निर्माण का कार्य एनएचएआई को सौंप दिया था. अब हाईवे के मेंटेनेंस, रिपेयर आदि का काम एनएचएआई कर रहा है. अलीगढ़- पलवल राजमार्ग तीन राज्यों को जोड़ता है. यूपी की सीमा भी इसी हाईवे के जरिए दिल्ली- एनसीआर से जुड़ती है. साथ ही, हरियाणा की सीमा को जोड़ती है.
रोजाना लगता है लंबा जाम
वर्तमान में खैर- जट्टारी में बाइपास का निर्माण नहीं होने से दोनों कस्बे में रोजाना घंटों लंबा जाम लग रहा है. इन दोनों कस्बे में फोरलेन पीटीए रूट पर तेज रफ्तार वाहन रुकते हैं. दोनों कस्बों में करीब 10- 10 किमी लंबा बाइपास बनना है. इसकी डीपीआर एनएचएआई मुख्यालय में लंबित है.इसके लिए कई दौर की बैठक हो चुकी है.
इसके साथ ही, एनएचएआई ने अलीगढ़ से पलवल तक ग्रीन फील्ड हाईवे को पीटीए रूट के बराबर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है. यह हाईवे सिक्स लेन होगा. एनएचएआई ने वर्तमान में पीटीए मार्ग पर चलने वाले वाहनों की दैनिक संख्या और भविष्य में इसके सिक्स लेन में बाधा की संभावना को ध्यान में रखते हुए इस राजमार्ग को तैयार करने का प्रस्ताव दिया है.
रोजाना 25 हजार गुजरते हैं वाहन
पीटीए रूट का ट्रैफिक सर्वे एनएचएआई द्वारा पहले ही किया जा चुका है, जिसमें प्रतिदिन 25 हजार वाहनों के गुजरने की बात सामने आई है. जो फोरलेन पर गुजरने वाले वाहनों की संख्या से अधिक है. इस हाईवे को सिक्स लेन बनाने का प्रस्ताव है. पीटीए हाईवे के दोनों ओर आबादी अधिक होने के कारण इस मार्ग को सिक्स लेन में बदलना आसान नहीं है.
इसके अलावा, जमीन की अनुपलब्धता भी एक बड़ा कारण है. जिसके चलते ग्रीन फील्ड हाईवे बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. एनएचएआई के पीके कौशिक ने कहा कि अलीगढ़- पलवल हाईवे की तरह ग्रीन फील्ड हाईवे बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. इसकी डीपीआर भी तैयार की जानी है. इसके निर्माण से पीटीए रूट पर वाहनों का लोड कम होगा.
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