पलवल | हर भारतवासी हमारे देश भारत की संस्कृति को जानने के लिए उत्सुक रहते हैं. यही कारण है कि हर कोई भारत की संस्कृति को करीब से जानना चाहता है. इन्हीं में से एक राजस्थान के मेवाड़ा जिले के संपत प्रजापति हैं. संपत प्रजापति की उम्र महज 21 साल है, उन्होंने हाल ही में ग्रेजुएशन पूरा किया है और कानून की पढ़ाई कर रहे हैं. संपत भारत की संस्कृति को जानने के लिए पैदल ही घर से निकल पड़े हैं जोकि मौजूदा समय में चर्चा का विषय बना हुआ है.
155 दिनों से कर रहे यात्रा
भारत की संस्कृति को जानने निकले संपत प्रजापति (Sampat Prajapati) भारत भ्रमण पर निकले हैं और 155 दिनों से यात्रा कर रहे हैं. वह अपने साथ भारतीय तिरंगे को लेकर चल रहे हैं. उन्होंने बताया कि वह दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में रहे, जहां उन्हें अलग- अलग भाषाएं, अलग- अलग तरह का खाना और वेशभूषा देखने को मिली. उन्होंने बताया कि वह एक सामाजिक कार्यकर्ता बनना चाहते हैं और पूरे भारत में अपनी टीम बनाना चाहते हैं.
भारत यात्रा के लिए मिला परिवार का सहयोग
किसी व्यक्ति की सफलता चाहे कितनी भी ऊंची क्यों न हो, उसके पीछे परिवार की कड़ी मेहनत होती है. संपत प्रजापति भारत यात्रा के लिए पैदल ही निकल पड़े, लेकिन उनके परिवार ने उनका मनोबल बढ़ाया. संपत प्रजापति ने बातचीत के दौरान बताया कि उनके परिवार में माता- पिता, दादी, दो बड़े भाई और एक छोटी बहन हैं. जब उन्होंने अपने परिवार के सामने पैदल भारत यात्रा करने का विचार रखा तो परिवार ने उनके साहस और विचारों को समझा और परिवार में संपत प्रजापति का भी समर्थन किया और अपने माता-पिता के आशीर्वाद से वह भारत की यात्रा पर निकल पड़े.
संपत प्रजापति ने कही ये बात
संपत प्रजापति ने बताया कि उन्होंने भारत की संस्कृति के बारे में बहुत कुछ पढ़ा है और अब वह भारत की संस्कृति को जानने के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं. श्री खाटू श्याम जी से यात्रा शुरू कर पंजाब, दिल्ली, जम्मू, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों की यात्रा करते हुए 3,500 किलोमीटर पैदल चलकर हरियाणा के पलवल जिले में पहुंचे. यहां रात्रि विश्राम करने के बाद सुबह फिर पैदल यात्रा पर निकलेंगे.
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