चंडीगढ़, HSSC Clerk News| हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के कड़े रुख के कारण क्लर्क भर्ती मामले में एक और नया मोड़ आया है. उच्च न्यायालय के आदेश पर तीन सही उत्तर ठीक करने के बाद जो संशोधित परिणाम तैयार करने के बाद उम्मीदवारों को दस्तावेज साथ जांच के लिए बुलाया गया, आपको पता है कि 1500 उम्मीदवारों में से केवल 500 उम्मीदवार ही वहां पहुंचे.
आयोग की चौकन्नी नजर से दस्तावेज जांच के दौरान लिखित परीक्षा के समय लिए गए बायोमेट्रिक निशान और दस्तावेज जांच के दौरान लिए गए बायोमेट्रिक निशान को मिलाने का काम कर रहा है. इस जांच के समय तीन ऐसे उम्मीदवार मिले जिनके निशान मैच नहीं हुए. मौके पर ही पुलिस को बुलाया गया और तभी पूछताछ के दौरान तीनों ने लिखित में स्वीकार किया कि उनके स्थान पर लिखित परीक्षा किसी और व्यक्ति ने दी थी. आयोग ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए मामला पुलिस को सौंप दिया.
हालांकि हाईकोर्ट ने तो तीन प्रश्नों के सही उत्तर देने वालों को अवसर न मिलने पर फाइनल आंसर की के आधार पर रिजल्ट फिर से तैयार करने को कहा था, लेकिन आयोग द्वारा बायोमेट्रिक निशान मिलाने का कार्य शुरू कर दिया गया.
तीन सही उत्तर सही मानने से 1,00,300 उम्मीदवारों के नंबर बढ़े जबकि 48,000 के घटे
दैनिक सवेरा अखबार ने जब हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी से बात की और पूछा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद उम्मीदवारों के अंकों पर क्या असर हुआ है, तब उन्होंने बताया कि इन प्रश्नों के ठीक होने से 1,00,300 उम्मीदवारों के अंक बढ़ गए जबकि 48,000 उम्मीदवारों के अंक घट गए हैं. उन्होंने बताया कि पहले दस्तावेज जांच के लिए 23,160 उम्मीदवारों को बुलाया गया था लेकिन इस बार 24,097 उम्मीदवारों को बुलाया गया है. अध्यक्ष ने बताया कि 20 उम्मीदवार ऐसे हैं जो पहले चयनित थे और नौकरी कर रहे हैं लेकिन अब रिवाइज्ड रिजल्ट जारी होने के कारण उनके नंबर घटकर इतने भी नहीं रहे हैं कि वह दस्तावेज जांच के लिए आ सके अर्थात उनके नंबर कट ऑफ मार्क्स से नीचे रह गए हैं.
1000 उम्मीदवार न आने का कारण लिखित परीक्षा में सीटर बिठाना तो नहीं??
जब उसे पुलिस भर्ती पेपर लीक हुआ है तब से हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग नें बायोमेट्रिक निशान और फोटो का मिलान हर चरण में शुरू कर दिया है. ऐसा करने से वे उम्मीदवार पकड़ में आना शुरू हो गए हैं जिनके लिए लिखित परीक्षा में दूसरे व्यक्ति बैठते थे. बहुत से उम्मीदवारों के खिलाफ पूरे हरियाणा में मामले भी दर्ज हुए हैं तथा आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है.
जब क्लर्क के 4858 पदों पर भर्ती की गई थी, तब उनकी बायोमेट्रिक हाजिरी भी ली गई थी पूरे दस्तावेज जांच के समय बायोमेट्रिक निशान भी लिए गए थे लेकिन उन्हें मिलाया नहीं गया. इसीलिए अब आयोग द्वारा नए सिरे से दस्तावेज जांच शुरू की गई है जिसमें लिखित परीक्षा के समय लिए गए बायोमेट्रिक निशान और दस्तावेज जांच के समय बायोमेट्रिक निशान दोनों का मिलान किया जाएगा.
इसीलिए ऐसे उम्मीदवार डर के कारण दस्तावेज जांच के लिए ही नहीं आ रहे हैं. 1500 उम्मीदवारों में से 1000 उम्मीदवार दस्तावेज जांच के लिए आए ही नहीं इस से यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी जगह परीक्षा किसी और ने दी थी, जो 500 उम्मीदवार दस्तावेज जांच के लिए पहुंचे उसमें से भी 3 उम्मीदवारों को पकड़ा गया है.
सामाजिक आर्थिक मानदंड के अंकों के लिए शपथ पत्र लिया जा रहा है
क्लर्क भर्ती के लिए उम्मीदवार से सामाजिक आर्थिक मानदंड के अंकों के लिए शपथ पत्र लिया जा रहा है. आयोग ने पिछली बार जब उम्मीदवारों को दस्तावेजों जांच के लिए बुलाया था उस दिन तक के नियम लागू होंगे. यानी कि 7 जनवरी 2020 को सामाजिक आर्थिक मानदंड के नियम लागू होंगे. विवाहित उम्मीदवार के मामले में उसके जन्म वाले माता-पिता भाई और पुत्र के अतिरिक्त ससुराल में पति या पत्नी के नौकरी में नए होने के अंक मिलेंगे.
अभी नौकरी ना होने के उम्मीदवारों के दावे को शपथ पत्र के रूप में स्वीकार किया जायेगा. लेकिन इनमें से जो भी सिलेक्शन लिस्ट में होंगे, उनकी सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी ताकि कोई भी व्यक्ति दावा और आपत्ति कर सके. उनकी जांच चयनित सूची के बाद सीआईडी से भी कराई जाएगी. उम्मीदवारों को भी मौका दिया जाएगा कि अगर किसी उम्मीदवार ने गलती से अंक ले लिए हैं तो वह अपनी गलती सुधार सकता है.
इन सभी दस्तावेजों की कर रहे हैं जांच
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी का कहना है कि क्लर्क के 4858 पदों के लिए हमें उन सभी उम्मीदवारों के दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं जो संशोधित परिणाम के बाद दस्तावेज जांच के योग्य है. पहले जब दस्तावेज जांच हुई थी उस समय लिखित परीक्षा के बारे मैट्रिक निशान है और दस्तावेज जांच के समय बायोमेट्रिक निशान का मिलान नहीं किया गया था. हमारे पास उन सभी उम्मीदवारों के लिखित परीक्षा के बायोमेट्रिक निशान और दस्तावेज जांच के समय के निशान संरक्षित है.
सामाजिक आर्थिक मानदंड के लिए 7 जनवरी 2020 को जिस दिन दस्तावेज जांच शुरू की गई थी को नियम लागू माने जाएंगे. यानी अगर 7 जनवरी 2020 तक उम्मीदवार के घर पर कोई भी सरकारी नौकरी नहीं थी तो उसे अंक मिलेंगे, भले ही इसके बाद उम्मीदवार के परिवार में किसी को सरकारी नौकरी मिल गई हो.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!