पंचकूला । जैसा की आप जानते है नै कृषि कानूनों को लेकर किसान आंदोलन कर रहे है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिल्ली हरियाणा की सीमाओं पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे आन्दोलनकारीओं से घर वापसी की अपील की है. उन्होंने कहा कि अगर किसान चाहें तो कोरोना महामारी के खात्मे के बाद फिर से किसान आंदोलन शुरू कर सकते हैं. कोरोना महामारी के फैलने के चलते सभी के स्वास्थ्य के लिए खतरा बढ़ रहा है. इसलिए जीवन के संकट से बचने हेतु किसान आंदोलन खत्म करना जरूरी है. उन्होंने जिला उपायुक्तो से कहा कि वे किसानों को हालात की गंभीरता के बारे में समझाए. यदि किसान चाहेंगे तो इस महामारी के प्रकोप के बाद अपनी बात रख सकते हैं.
सभी प्रशासनिक बैठकें आनलाईन करने के आदेश
मुख्यमंत्री मनोहर लाल, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जिला उपायुक्तो से बातचीत की. मुख्यमंत्री ने हर तरह की बैठकें वर्चुअल तरीके से आनलाईन करने के आदेश दिए ताकि आवाजाही कम हो सकें. मुख्यमंत्री ने कहा कि आन्दोलन करने वालों से हमारा कोई विरोध नहीं है, लेकिन हर काम का अपना समय होता है.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मानवीयता के नाते मैं किसानों से अनुरोध करता हूं कि वे इस समय अपना आंदोलन वापस ले. अगर अपनी किसी भी मांग के लिए उन्हें धरने या प्रदर्शन करने है तो हालात ठीक होने पर भी किए जा सकते हैं. उन्होंने प्रदेश के लोगों से भी अपील करते हुए कहा है कि जरुरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें और जब भी निकलें, मास्क, सेनेटाइजर और फिजिकल डिस्टेंस का पालन करें.
रेडक्रास सक्रिय होंगी, स्कूलों व चावल मिलों में नए खरीद केंद्र
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विभिन्न राज्यों के राज्यपालों के साथ हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रेडक्रास को सक्रिय करने की बात कही. इसी तरह हमें कोरोना से निपटने के काम में वालंटियर, एक्स सर्विसमेन और सक्षम युवाओं को भी शामिल करना चाहिए. खरीद केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी ताकि फ़सल खरीद के कार्य को जल्दी निपटाया जाए और भीड़ जमा ना हो.
उन्होंने कहा कि अगले 10-12 दिनों के लिए राइस मिल और स्कूलों में नए खरीद केंद्र बनाएं. सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, गुरुग्राम,पलवल और जींद जिले के उपायुक्तो को सख्त निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार को बारिश के आसार बन रहे हैं, इसलिए उठान का काम जल्दी से किया जाएं.
गृह मंत्रालय ने सिंधु और टीकरी बार्डर पर बैठे
आन्दोलनकारीओं को बार्डर से हटाने की रुपरेखा तैयार कर ली है. पहले तो किसानों को प्यार से समझाया जाएगा , अगर उसके बाद भी किसान नहीं मानते हैं तो पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की मदद से आपरेशन क्लीन के तहत इन किसानों को बार्डर से उठाया जाएगा. केन्द्र सरकार ने हरियाणा सरकार को एक हफ्ते के भीतर इसके संबंध में कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. केन्द्र ने स्पष्ट किया है कि आन्दोलनकारीओं को कोरोना संक्रमण का केन्द्र नहीं बनने दिया जाएगा.
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