पंचकुला I हरियाणा से बड़ी राजनीतिक खबर सामने आ रही है. BJP की कार्यकर्ता सोनाली फोगाट का सुभाष शर्मा (काजला मण्डल के पूर्व अध्यक्ष) के साथ विवाद चल रहा था. अब पार्टी ने इस विवाद को जड़ से समाप्त कर दिया है. विवाद को खत्म करने के लिए पार्टी ने बड़ा कदम उठाया है. विवाद का एक तरफ़ा अंत करने के लिए सुभाष शर्मा को पार्टी से निकाल दिया गया है.
सुभाष शर्मा के साथ हुआ पक्षपात
सोनाली फोगाट और सुभाष शर्मा के बीच हुए विवाद को सुलझाने के लिए पार्टी को दोनों पक्षों का तर्क सुन्ना चाहिये था. लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष OP धनखड़ ने एक बार भी सुभाष शर्मा का पक्ष नही सुना. यहाँ तक कि प्रदेश अध्यक्ष हिसार जिले में ही मौजूद थे.
प्रदेश अध्यक्ष के आने से पहले ही सुभाष शर्मा को पार्टी से निकाल दिया गया. इस घटना के बारे में प्रदेश अध्यक्ष का तर्क है कि पार्टी तो एक परिवार के जैसी होती है इसलिए पार्टी के आंतरिक विवाद जनता के समक्ष नही आने चाहिये.
निकाले जाने के बाद सुभाष शर्मा की प्रतिक्रिया
पार्टी द्वारा निकाल दिए जाने पर सुभाष शर्मा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चाहे उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया हो, फिर भी वे चुप नही बैठेंगे. वे सोनाली फोगाट के विरुद्ध अपनी लड़ाई लगातार लड़ते रहेंगे और जब तक उन्हें न्याय नही मिल जाता तब तक पीछे नही हटेंगे.
विवाद का कारण
सुभाष शर्मा और सोनाली फौगाट के बीच विवाद एक ऑडियो रिकार्डिंग को लेकर हुआ था. फिर सुभाष शर्मा और अमित बिसला ने सोनाली फोगाट पर मारपीट करने तथा जान से मार डालने की धमकी देने का संगीन आरोप लगाया. अमित बिसला ने तो सोनाली पर बन्दूक की नोक पर जबरदस्ती माफीनामा रिकॉर्ड करवाने के भी संगीन आरोप लगाए. दोनों ने इसकी शिकायत पुलिस को दी. परन्तु अभी तक पुलिस ने मामला भी दर्ज नही किया है और ना ही कोई कार्यवाही की है. बलवान राणा (पुलिस अधीक्षक) ने दोनों से सोनाली के खिलाफ शिकायत के लिए सुबूत की मांग की है.