पंचकूला | हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति और विपणन महासंघ( हैफैड) राज्य के हर जिले में अपने उत्पादों के स्टोर खोलने का फैसला लिया है. सरकार के इन स्टोर पर रसोई में इस्तेमाल होने वाली अधिकतर खाद्य पदार्थ उपलब्ध रहेंगे. हैफेड ने आटा,तेल,बेसन, हल्दी,शहद, गुड़ और शक्कर की बिक्री के लिए राष्ट्रीय बाजार में आइटीसी व पतंजलि के साथ मुकाबला करने की तैयारी कर ली है. इसके लिए हैफेड न केवल सस्ते भाव पर खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराएगा, बल्कि क्वालिटी से किसी तरह का कोई समझौता नहीं करेगा. हैफेड ने अपने स्टोर को हैफेड बाजार का नाम दिया है.
हैफेड के चैयरमेन कैलाश भगत ने जिला स्तरीय वितरकों की बैठक के बाद विभागीय अधिकारियों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में गंभीरता से काम करने के निर्देश दिए हैं. हैफेड ने अभी तक सिर्फ गेहूं का आटा और सरसों तेल ही बाजार में बिक्री के लिए उतारा है. हैफेड के आटे की बिक्री को कई गुणा अधिक बढ़ाने के लक्ष्य के साथ जल्द ही मल्टीग्रेन आटा और दो लीटर के सरसों तेल की बोतल बाजार में उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है. पहली बार किसी मल्टीग्रेन आटे में श्यामा तुलसी के बीज डालें जाएंगे ताकि लोगों का इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत हों सकें.हैफेड का मल्टीग्रेन आटा पांच और दस किलो की पैकिंग में होगा.
हैफेड के चैयरमेन कैलाश भगत ने कार्य योजना बनाई है कि भले ही सरकार को मुनाफा ज्यादा ना हो लेकिन हैफेड के उत्पाद बेचने वाले वितरकों के कमीशन में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए. हैफेड आटा बेचने वाले वितरकों को पांच से साढ़े पांच रुपए प्रति किलो का मार्जिन देने पर गंभीरता से विचार कर रहा है. हैफेड चैयरमेन ने बताया कि सिरसा में दो और हिसार में एक स्टोर खुल चुका है. जबकि कुरुक्षेत्र और करनाल में अगले एक पखवाड़े के भीतर दो स्टोर चालू हो जाएंगे.
हर जिले में खुलने वाले इन स्टोर पर दलिया,पोहा, सभी प्रकार की दालें, गुड़, शक्कर, मल्टीग्रेन आटा, सोयाबीन, सरसों व रिफाइंड तेल, बाजरे के बिस्किट आदि चीजें प्रमुख रूप से उपलब्ध कराई जाएगी. चावल की बेहतरीन क्वालिटी भी इन स्टोर्स पर उपलब्ध रहेगी. बेसन,शहद व शहद से बनने वाली वस्तुएं तथा हल्दी भी हैफेड बाजार से खरीदी जा सकेंगी.
2150 का बाजरा हमने 1300 रुपए किवंटल में बेचा
कैलाश भगत ने कहा कि इन स्टोर्स पर और क्या चीजें बिक्री के लिए उपलब्ध कराई जाएगी , इस पर विचार किया जा रहा है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल से विचार-विमर्श के बाद हैफेड इस नतीजे पर पहुंचा है कि क्वालिटी के मामले में किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे. हैफेड चैयरमेन ने बताया कि हरियाणा सरकार ने 2150 रुपए की एमएसपी पर करीब साढ़े सात लाख मीट्रिक टन बाजरा खरीदा. राष्ट्रीय बाजार में इसे 1050 रुपए प्रति क्विंटल में भी कोई खरीददार नहीं मिल रहा था लेकिन हमने बाजरा 1200 से 1550 रुपए प्रति क्विंटल में बेचा हैं. किसानों के फायदे के लिए सरकार अपने स्तर पर किसी भी तरह का घाटा झेलने से पीछे नहीं हटेगी.
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