पानीपत । खतरे के निशान पर बहती यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण टापू पर बसे रहीमपुर खेड़ी के लोगों का साथ लगते गांवों से संपर्क कट गया है. बता दे कि यमुना नदी में अधिक पानी आने के कारण गांव में इक्का-दुक्का तैराक ही जान जोखिम में डालकर ट्यूब, सुखी घीया से तैरकर पहुंच रहे हैं. बच्चों व महिलाओं के लिए बहती नदी को पार कर आना-जाना मुश्किल हो गया है.
यमुना नदी का लगातार बढ़ रहा है जलस्तर
अगर दो-चार दिनों में यह पानी कम नहीं हुआ तो गांव रहीमपुर खेड़ी में जरूरत का सामान खत्म हो जाएगा. बता दे कि बरसात की वजह से हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. यह स्तर चेतावनी लेवल तक पहुंच चुका है. बढ़ते जलस्तर के कारण रहीमपुर के लोगों का दूसरे गांव से संपर्क कट गया है. गांव में 110 परिवार रहते थे,सुविधाओं की कमी से हर बार नदी मे पानी आने से गांव से संपर्क कट जाने की वजह से पिछले 5 सालों में गांव से 60 परिवार पलायन कर चुके हैं. अपने घरों पर ताला लगाकर नदी से बाहर दूसरे गांव मिर्जापुर में जाकर बस गए. 5 वर्ष में एक भी नया मकान यहां नहीं बनाया गया है. इस गांव में एक भी पक्की गली नहीं है.
यहां ना तो स्कूल है ना ही अस्पताल. वही गांव के लोगों को यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अगर उनके गांव में ही स्कूल होता तो उन्हें अपने बच्चों को दूसरे गांव पढ़ने नहीं भेजना पड़ता. वहीं निवर्तमान सरपंच राकेश कुमार का कहना है कि सरकार से कई बार मांग की गई है कि यमुना नदी के ऊपर से लकड़ी का पुल बना दिया जाए ताकि बच्चे मिर्जापुर गांव से स्कूल में पढ़ने के लिए जा सके. हर बार पानी भर जाने पर गांव का गांव से संपर्क कट जाता है.
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