हरियाणा का ऐसा गांव, जहां कोई बाप नहीं चाहता बेटी की शादी करना; वजह जानकर होगी हैरानी

पानीपत | हरियाणा की टेक्सटाइल नगरी के रूप में पानीपत जिले की विशेष पहचान है और इसी शहर में थर्मल पावर प्लांट भी है जिसके साथ लगते गांव खुखराना के लोग पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं. इस गांव के लोगों को पहले से ही थर्मल से उड़ने वाली राख सता रही थी और अब यहां करीब आधा किलोमीटर दूर सीमेंट प्लांट स्थापित होने से लोगों का जीना और अधिक दुश्वार हो गया है.

thermal power plant

साल 2012 में इस गांव को शिफ्ट करने के आदेश जारी हुए थे लेकिन गांव में गुटबाजी चरम सीमा पर हैं और यह काम अभी तक लटका हुआ है. गांव को किसी और जगह पर बसाने के लिए सरकार की तरफ से जमीन भी दी गई थी लेकिन वहां कछुए की रफ्तार से काम चल रहा है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में 'शिव धाम' योजना की होगी शुरुआत, 503 गांवों की 658 जगहों की बदलेगी तस्वीर

चमड़ी और दमे की बीमारी से ग्रस्त पूरा गांव

लगभग 3 हजार की आबादी वाले इस गांव में 90 फीसदी लोग चमड़ी और दमे की बीमारी से ग्रस्त हैं. वहीं, गांव में पानी का स्तर भी बहुत ऊपर है जिसकी वजह से जमीन धंसने का डर बना रहता है. पानी का स्तर ऊपर होने की एक वजह यह भी है कि थर्मल पॉवर प्लांट से निकलने वाली राख सीमेंट में इस्तेमाल की जाती है और सीमेंट प्लांट के लिए यह राख साथ ही बनाई गई राख की झील में स्टोर की जाती है. इसके साथ पानी भी छोड़ा जाता है, जिस कारण भूमिगत जल इस गांव में ऊपर आ गया है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में 'शिव धाम' योजना की होगी शुरुआत, 503 गांवों की 658 जगहों की बदलेगी तस्वीर

रिश्तों की बाट जोहते युवा

थर्मल पॉवर प्लांट और सीमेंट प्लांट से उड़ने वाली राख का आलम यह है कि इस गांव में चमड़ी की बीमारी का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. यही वजह है कि इस गांव के प्रत्येक घर में एक चमड़ी का मरीज मिलेगा. इसके अलावा, टीबी की बीमारी भी इस गांव के लोगों को तेजी से अपना शिकार बना रही है.

ग्रामीणों का कहना है कि वो कई सालों से नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं लेकिन उनकी समस्या के समाधान की ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है. गांव के युवाओं के रिश्ते होने मुश्किल हो गए हैं. गांव के हालातों को देखते हुए कोई बाप अपनी बेटी का इस गांव में रिश्ता नहीं करना चाहता है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में 'शिव धाम' योजना की होगी शुरुआत, 503 गांवों की 658 जगहों की बदलेगी तस्वीर

सरकारी नौकरी लगे युवाओं की शादी

ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दस सालों में यहां युवाओं की शादी के लिए नाममात्र रिश्ते ही आए है. अगर किसी युवा की शादी भी हो रही है तो वह सरकारी नौकरी लगे की ही हो रही है. गांव के हालात दिन- प्रतिदिन बद से बद्तर होते जा रहे हैं. ग्रामीणों ने सरकार से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द उनकी समस्या का स्थाई समाधान निकाला जाए.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit