पानीपत | किसान आंदोलन और किसानों द्वारा की जाने वाली ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर हरियाणा की खट्टर सरकार ने गणतंत्र दिवस के समारोह की समय सारणी में कुछ बदलाव किए हैं. सरकार को इस बात की आशंका है कि इन समारोह के आयोजन में किसान संगठन विघ्न पैदा कर सकते हैं. इसलिए सुरक्षा के लिए जरूरी कदम अवश्य उठाए जाने चाहिए.
पानीपत में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने पर संशय
शेड्यूल के अनुसार मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में ध्वजारोहण का कार्यक्रम करने वाले हैं. परंतु अभी भी किसान आंदोलन और किसानों के विरोध को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम में शामिल होने पर संशय बना हुआ है. परंतु भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतन सिंह मान ने शुक्रवार को बयान में मुख्यमंत्री का विरोध न करने की बात कही. उन्होंने यह भी मांग की कि राजनीतिक लाभ के लिए विरोध करने वाले लोगों पर कड़ी कार्यवाही की जाए.
यहां होगा मुख्यमंत्री का चॉपर लैंड
जिला प्रशासन ने जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर 26 जनवरी को शिवाजी स्टेडियम में ध्वजारोहण करेंगे. शिवाजी स्टेडियम के बगल में स्थित डॉ एमकेके स्कूल में उनका चोपर लैंड करवाया जाएगा. देशभक्ति से ओतप्रोत, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं मार्च पास्ट के माध्यम से समारोह की भव्यता को बढ़ाया जाएगा. 26 जनवरी को पानीपत के शिवाजी स्टेडियम के 1 किलोमीटर दायरे के क्षेत्र में किसी भी प्राइवेट हवाई उड़ान पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा.
मुख्यमंत्री को बनाया जा सकता है पंचकूला में मुख्य अतिथि
राज्यपाल प्रोफेसर सत्यदेव नारायण आर्य अब पंचकूला की अपेक्षा राजभवन में ध्वजारोहण करेंगे. सीआईडी की रिपोर्ट के अनुसार कुछ किसान संगठन पानीपत में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में अड़चन पैदा कर सकते हैं. इसलिए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पंचकूला में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को मुख्य अतिथि बनाया जा सकता है. क्योंकि यहां पर किसान आंदोलन का असर बहुत कम है. उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का कार्यक्रम भी अंबाला में होगा. इस कार्यक्रम में भी बदलाव किए जाने की आशंका है.
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