हरियाणा, पानीपत । अगर आपको हल्का बुखार हैं, सिर दर्द है, बदन दर्द है, दांतों में दर्द है, त्वचा संबंधित कोई भी रोग है तो अब आपको घबराने की जरूरत नहीं है और सरकारी अस्पतालों की कतार में लगने की भी कोई जरूरत नहीं है. अब ई-संजीवनी OPD 24 घंटे खुली रहेगी. इसके लिए जल्द ही ड्यूटी रोस्टर लागू हो जाएगा. इतना ही नहीं, PHC के चिकित्सक विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लेकर मरीज को परामर्श दे सकेंगे.
National Health Mission के निदेशक ने ई-संजीवनी के विषय में निर्देश जारी किए हैं. सिविल अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. केतन भारद्वाज ने बताया है कि मरीज को अपने मोबाइल फोन के प्ले स्टोर पर जाकर ई-संजीवनी OPD एप डाउनलोड करना पड़ेगा. एप पर सभी सरकारी चिकित्सकों के मोबाइल नंबर और उनकी विशेषज्ञता जांची जा सकती है. मरीज किसी भी चिकित्सक को कॉल कर, सहायता ले सकत है. उन्होंने बताया है कि ई-संजीवनी के लिए सुबह, शाम व रात्रि तीन शिफ्ट निर्धारित की गई है.
दो चिकित्सक सुबह, दो शाम के सत्र में मौजूद रहेंगे. रात्रि पहर में एक डाक्टर की ड्यूटी रहेगी. डॉ. भारद्वाज के मुताबिक मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा ई-संजीवनी दो मोड पर संचालित है. एक डाक्टर-टू-डाक्टर है, तो दूसरा वहीं मोड रोगी से डाक्टर के लिए है. मरीज चाहें तो बीमारी का पुराना रिकार्ड भी चिकित्सक को भेज सकते हैं. टेली परामर्श के दौरान चिकित्सक, मरीज को दवा लिखकर देंगे.
अब अस्पतालों का काम होगा कम
राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा का उद्देश्य सरकारी अस्पतालों में भीड़ को कम करना है. चिकित्सक अभाव का भी इसे एक विकल्प माना जा रहा है. इतना ही नहीं, देश में डिजिटल स्वास्थ्य के सिस्टम को भी ई-संजीवनी ओपीडी मजबूत कर रही है.
शहरों के साथ गांव भी होंगे लाभान्वित
ई-संजीवनी के प्रति मरीजों का रुझान बढ़ा है. शहर के निवासियों संग ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बढ़ा लाभ मिलना है. सामान्य रोग के इलाज के लिए अब उन्हें पास की PHC पर भी जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इतना ही नहीं, घर बैठे ही देश के किसी भी कोने में विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श संभव है.
App करें डाउनलोड
प्ले स्टोर पर जाकर ई-संजीवनी एप को डाउनलोड करें. मोबाइल फोन नंबर डालने पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) आएगा, इसे डालते ही ई-संजीवनी एप खुल जाएगा. इसमें रोगी का नाम, पता, बीमारी इत्यादि जानकारी भरी जाएगी. कोई जांच रिपोर्ट हो तो उसे अपलोड किया जा सकता है. इसके बाद चिकित्सक के साथ आनलाइन जुड़कर परामर्श ले सकते हैं.
नौल्था CHC के चिकित्सक डा. रिंकू सांगवान ने बताया है कि ई-संजीवनी एप के डाक्टर-टू-डाक्टर मोड पर जाने के लिए यूजर नेम और पासवर्ड दिया गया है. एक मरीज के संबंध में मैंने भी सोमवार को नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. केतन भारद्वाज से सलाह ली है. गौरतलब है हरियाणा में अब अस्पतालों की भीड़ कम हो सकती है क्योंकि ई-संजीवनी OPD 24 घंटे खुली रहेगी.
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