पानीपत | शास्त्रों में चंद्रग्रहण का अपना विशेष महत्व है. ज्योतिष और शास्त्रों के अनुसार इस दिन किसी भी शुभ कार्य या मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है. पंडित प्रेम शंकर शास्त्री ने बताया कि 19 नवंबर यानि शुक्रवार को आंशिक चंद्रग्रहण लगेगा.
चंद्र ग्रहण सुबह 11 बजकर 34 मिनट पर शुरू हो गया है, जो शाम 5 बजकर 33 मिनट पर समाप्त होगा. ये आंशिक चंद्र ग्रहण होगा, यानि चंद्रग्रहण लगभग 7 घंटे का होगा. शास्त्री ने बताया कि इस ग्रहण को इसे भारत समेत यूरोप और एशिया के ज्यादातर हिस्सों में देखा जा सकेगा. यह इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण उपछाया ग्रहण के रुप में होगा, इसलिए ग्रहण के समय सूतक काल मान्य नहीं होता.
ऐसे करें पूजा
शास्त्री प्रेम शंकर ने बताया कि चंद्रग्रहण के समय भगवान शिव व हनुमान जी पूजा का काफी महत्व रहता है. इसलिए चंद्रग्रहण के समय हनुमान चालीसा व शिव चालीसा का पाठ करें, जिससे ग्रहण का प्रभाव कम होगा.
इन बातों का रखें ध्यान
चंद्रग्रहण के दौरान खाना बनाना या सोना वर्जित माना गया है. गर्भवती महिलाओं को चंद्रग्रहण के दौरान खास ध्यान देने की जरूरत है. इस दौरान नुकीली चीजों को छूने से परहेज़ करें.
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