हरियाणा में मानसून ने दिखाया रौद्र रूप, कई इलाकों में बढ़ा बाढ़ का खतरा; प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

पानीपत | हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में हो रही बरसात का पानी घग्गर नदी से होते हुए फतेहाबाद के जाखल और सिरसा क्षेत्र में आना शुरू हो चुका है. यमुनानगर के साढौरा के पास सोम नदी और कुरुक्षेत्र के शाहाबाद से गुजरने वाली मारकंडा नदी का जलस्तर हालांकि अब कम हुआ है. सोमवार को इसके आसपास के गांवों में बाढ़ जैसी परिस्थितियों हो चुकी थी, फसलों को भी काफी नुकसान हुआ. मौसम विभाग द्वारा शुक्रवार तक बरसात का अनुमान जताया गया है.

यह भी पढ़े -  ठंड के लिए अभी हरियाणा वासियों को करना होगा और इंतजार, इस दिन मेहरबान होंगे इंद्रदेव

Rewari Barish

प्रशासन ने की सतर्क रहने की अपील

शिवालिक की पहाड़ियों में भारी बरसात देखने को मिली, जिस कारण घग्घर नदी के जलस्तर में अचानक से बढ़ोतरी दर्ज की गई. नदी में पानी का जो बहाव सोमवार सुबह 300 क्यूसेक था, मंगलवार को वह 2500 क्यूसेक तक पहुंच गया. बीते 24 घंटे में इसमें 8 गुना की बढ़ोतरी दर्ज की गई. एहतियात के तौर पर प्रशासन द्वारा जनता को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है. अगर बरसात तेज होती है तो नदियों में फिर से उफान देखने को मिल सकता है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा की धरती से 'बीमा सखी योजना' शुरू करेंगे PM मोदी, महिलाओं को मिलेंगे ढेरों फायदे

सब्जियों, फसलों को होगा फायदा

पिछले दो दिनों से रुक- रुक कर बरसात हो रही है जिससे धान समेत बाकी सब्जियों की फसलों को भी फायदा होने का अनुमान बताया गया है. लोगों को भी बरसात होने से गर्मी से राहत मिली है. पिछले साल की अपेक्षा अबकी बार जून और जुलाई के महीने में 51% कम बारिश हुई है. वहीं, अगस्त के महीने में 70% कम बारिश देखने को मिली है. अगस्त के महीने में होने वाली बारिश से धान की फसलों को फायदा मिलेगा.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit