पानीपत। ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद अर्जुन अवॉर्डी नीरज चोपड़ा किसी परिचय के मोहताज नहीं है. बता दे कि नीरज चोपड़ा ने 2016 में अंडर 20 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया था. 2018 में एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स में भी उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था. प्रदेश सरकार द्वारा इन्हीं उपलब्धियों को ध्यान में रखकर गांव में 6 करोड रुपए की लागत से खेल का मैदान तैयार करने का वादा किया था . पंचायत को ग्रांट न मिलने के कारण 3 साल से खेल का मैदान नहीं बना है.
ओलंपिक विजेता नीरज चोपड़ा के गांव में है सुविधाओं की कमी
बता दे कि गांव में पीने का स्वच्छ पानी भी नहीं है. पानी में टीडीएस 1800 से 2400 है. जो खारा पानी है. महिलाओं को करीब 2 किलोमीटर दूर खेतों के ट्यूबेल से पीने का पानी लाना पड़ता है. कई बार इस समस्या से प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अभी तक इसका कोई भी समाधान नहीं हुआ है. वहीं पंचायत ने गांव से बाहर 6 एकड़ जमीन स्टेडियम के लिए स्वीकृत कर रखी है. पंचायत द्वारा अपने स्तर पर 400 मीटर का ट्रैक बनाया गया. लेकिन अभी तक स्टेडियम नहीं बना है, वहीं खिलाड़ी पंकज, राहुल और विकास ने बताया कि गांव में खेल का मैदान नहीं है, ना ही पीने के लिए स्वच्छ पानी है.
अगर गांव में खेल का मैदान बने तो और भी खिलाड़ी राज्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में पदक जीत सकते हैं. वही नीरज के चाचा भीम चोपड़ा ने बताया कि गांव में मोबाइल फोन की रेंज भी कम है. फोन से कई बार तो रिश्तेदारों से बात भी नहीं हो पाती. कॉमनवेल्थ गेम्स में जब नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीता था तब भी गांव में मोबाइल की रेंज नहीं थी. गांव में राजकीय माध्यमिक विद्यालय है. बार-बार मांग करने के बावजूद स्कूल अपग्रेड नहीं किया गया.
ये होने हैं विकास कार्य
- थिराना रोड पर 1.30 करोड़ रुपये की लागत से स्टेडियम का निर्माण होना है. इसमें एथलेटिक्स ट्रैक, वालीबाल का मैदान, कुश्ती व कबड्डी के हाल बनने हैं.
- पीने के पानी के लिए 66 लाख रुपये की लागत से पांच ट्यूबवेल लगाए जाने हैं. एक ट्यूबवेल लगा है, लेकिन बिजली का कनेक्शन नहीं हुआ है.
- 85 लाख रुपये की लागत से बरात घर बनना है.
- 18 लाख रुपये खर्च कर पंचायत, सरपंच व पटवारी के कार्यालयों का निर्माण होना है.