पानीपत । अगर आप फैमिली आईडी बनवाने जा रहे हैं. तो आप अपनी सभी डिटेल को ध्यान से भरे.अगर इसमें नाम उम्र या अन्य जानकारी गलत हो गई, तो उसको ठीक करने का अभी कोई विकल्प नहीं है. जिससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है.काफी लोगों की फैमिली आईडी मे नाम व उम्र में गलती है. सभी लोग उसे ठीक करवाने के लिए सीएससी के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन नाम और उम्र की यह गलती ठीक नहीं हो रही है.
अन्य विभागों को भी सौंपा गया फैमिली आईडी बनाने का काम
बता दे कि नई फैमिली आईडी बनाने के साथ-साथ आईडी को अपडेट करने का काम भी चल रहा है. इस काम के लिए सीएचसी संचालकों के साथ-साथ नगर परिषद, बिजली निगम,जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भी लगाया गया है.जिनकी फैमिली आईडी सबमिट हो चुकी है. उसमें गलती को ठीक करने के लिए कोई एडिट का ऑप्शन नहीं दिया गया है. लोगों का कहना है कि ऑपरेटर ने कहीं नाम में गड़बड़ी , तो कहीं उम्र गलत लिखी हुई है.
वही इस पर प्रशासन का कहना है कि आईडी सबमिट करने से पहले दो बार भरा हुआ फॉर्म प्रिंट करके दिखाया जाता है. उसके बाद ही ऑपरेटर द्वारा फॉर्म को सबमिट किया जाता है. दो बार फोन चेक करने के बावजूद फॉर्म में भरी जानकारी सही है या गलत, इसे चेक करने में बहुत से लोग लापरवाही कर रहे हैं.
फैमिली आईडी के लिए कोई भी शुल्क लोगों को नहीं देना
फैमिली आईडी बनाने का कोई शुल्क लोगों को नहीं देना है. सभी सियासी संचालकों को निशुल्क फैमिली आईडी बनाने के आदेश दिए गए हैं. लेकिन इन सबके बावजूद भी सीएससी संचालकों द्वारा पैसे लेने की शिकायतें आ रही है. जानकारी के मुताबिक पता चला है कि कई जगह फैमिली आईडी के लिए लोगों से 100 से ₹150 वसूले जा रहे हैं. पूछने पर बताया जाता है कि यह चार्ज आधार कार्ड, पहचान पत्र व अन्य कागजात स्कैन करने व ऑनलाइन अप्लाई करने का है. अगर कोई भी पैसे देने से मना करता है तो उसकी फैमिली आईडी नहीं बनाई जाती.
सरकार ने ₹20 प्रति फैमिली आईडी सीएससी संचालकों को देने की बात कही है. ऐसी संचालकों ने बताया कि वे हजारों फैमिली आईडी बना चुके हैं. लेकिन अभी तक उन्हें सरकार की तरफ से कोई भी राशि नहीं मिली है. इससे पहले भी सर्वे व अन्य काम भी उनसे कराए गए उनकी पेमेंट भी सरकार ने नहीं दी. उन्होंने बताया है कि पिछले 3 साल से उन्हें सरकार से पैसा नहीं मिला. सरकार से यह पैसा कब मिलेगा इस बात का कोई भरोसा नहीं है. इसीलिए कुछ सीएसीसी संचालक उपभोक्ताओं से पैसे मांग रहे हैं.
बता दे कि जो फैमिली आईडी बन चुकी है उसमें अपडेट करने का अभी तक कोई विकल्प मौजूद नहीं है. इसलिए लोगों से अपील है की फैमिली आईडी बनवाते समय नाम व उम्र समेत सभी जानकारी सही से जांच लें. और कोई भी सीएसपी संचालक पैसे मांगता है तो उसकी वीडियो बनाकर भेजें. जल्द से जल्द कार्यवाही की जाएगी. फोटोस्टेट प्रिंटआउट के सीएसपी संचालक नियमानुसार पैसे ले सकते हैं. आईडी अप्लाई करने के नाम पर उपभोक्ताओं से कोई भी चार्ज नहीं लिया जा सकता.
कुलदीप शर्मा जिला प्रबंधक सीएससी ने बताया
फॉर्म को फाइनल सबमिट करने के बाद दोबारा एडिट का विकल्प अभी नहीं है इसलिए अपनी आईडी बनवाते समय फॉर्म को ध्यान से जांच लें. ऑपरेटर फॉर्म अप्लाई करते समय व्यक्ति द्वारा दी गई जानकारी का फॉर्म प्रिंट करके चेक करवाता है. उसके बाद ही उसे फाइनल सबमिट किया जाता है. ऐसे में ऑपरेटर की तरफ से गलती नहीं हो सकती.
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