रोहतक | हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खट्टर सरकार पर निशाना साधा है. जी हां, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खट्टर सरकार पर आरोप लगाया है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि खट्टर सरकार के पास बहुमत नहीं है. उन्होंने लोगों और विधायको का विश्वास भी खो दिया है. भूपेंद्र हूडा ने कहा कि खट्टर सरकार विश्वास लायक नहीं है. सरकार के गठबंधन सहयोगी के विधायक ही कह रहे हैं कि यह सबसे भ्रष्ट सरकार है इसलिए हम अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे.
सरकार को समर्थन देने वाले दो निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है. गठबंधन सहयोगी पार्टी के कुछ विधायकों ने कहा कि यह सबसे भ्रष्ट सरकार है. केंद्र को कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ फिर से बातचीत शुरू करनी चाहिए ताकि मुद्दे का समाधान हो सके. किसानों से फिर बात करके इस समस्या का हल निकालना चाहिए.
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 2013 में पंचकूला में औद्योगिक भूखंडों के आवंटन में कथित अनियमितता से जुड़े धन शोधन मामले में हुड्डा से सवाल पूछे गए. उन्होंने इस मामले में जवाब देते हुए कहा कि वे पहले भी इस मामले में कह चुके है कि यह सारा मामला राजनीतिक है. मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि जल्द ही ये सारी चीजे साफ हो जाएंगी.
हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार पर निशाना साधते हुए हुड्डा ने दावा किया कि बिजली विभाग में सब डिविजनल अधिकारियों की नियुक्ति में दूसरे राज्यों के युवाओं को तरजीह दी गई. हुड्डा ने कहा, ”एक तरफ सरकार दावा करती है कि वह हरियाणा के लोगों को निजी क्षेत्र की नौकरियों में भी 75 प्रतिशत आरक्षण देगी. लेकिन, सरकार अन्य भर्तियों में स्थानीय युवाओं के बजाए बड़े पैमाने पर दूसरे राज्यों के लोगों को नौकरियां दे रही है.” उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की नीतियों के कारण रोजगार के अवसर पैदा नहीं हो रहे.
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