चंडीगढ़ | हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Anil Vij) की नाराज़गी दूर होने के आसार नजर आ रहे हैं. पिछले दो महीने से स्वास्थ्य विभाग के कामकाज से किनारा किए बैठे अनिल विज ने कल सीएम मनोहर लाल से मुलाकात की है. विज के निवास पर ही यह मुलाकात हुई है. इससे पहले भी मुख्यमंत्री अनिल विज से मुलाकात कर चुके हैं.
15 नवंबर को हुई पिछली मुलाकात के बाद अनिल विज की नाराज़गी दूर होने की उम्मीद जताई जा रही थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब करीब एक माह बाद दूसरी बार हुई मुलाकात के इसलिए अधिक कामयाब रहने की संभावना है क्योंकि 15 दिसंबर से विधानसभा का शीतकालीन सत्र है. इसमें सरकार स्वास्थ्य विभाग के झगड़े को लेकर विपक्षी दलों को शोर- शराबा करने का मौका नहीं देना चाहती है.
स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से बर्बाद
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बड़े अधिकारी द्वारा विभाग की मीटिंग लेने से नाराज हैं. विज का कहना है कि इस मीटिंग को लेने से पहले उन्हें न तो सूचना दी गई और न ही उन्हें भरोसे में लिया गया. विज का कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के इस अधिकारी ने मीटिंग लेते हुए भरी बैठक में यह कहा कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है और इसे पटरी पर लाने की जरूरत है.
विज की दलील है कि जब उनके विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के सामने ऐसा संदेश जाएगा तो कोई उनकी बात कैसे मानेगा. विज की नाराजगी स्वास्थ्य सचिव जी अनुपमा और स्वास्थ्य महानिदेशक की कार्य प्रणाली को लेकर भी है. स्वास्थ्य सचिव और महानिदेशक भी इस बैठक में थे, लेकिन विभाग की मुखिया होने के नाते स्वास्थ्य सचिव ने इस बैठक की जानकारी न तो मंत्री को दी और न ही उनसे बैठक में शामिल होने की अनुमति प्राप्त की थी.
स्वास्थ्य मंत्री अब इन अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई चाहते हैं. कार्रवाई के प्रारूप- स्वरूप के बारे में विज खुलकर कुछ नहीं बताते और सिर्फ इतना कह रहे हैं कि मैंने अपनी बात मुख्यमंत्री के समक्ष रख दी है और मुझे उनपर पूरा भरोसा है. विज इस बात के भी संकेत दे चुके हैं कि यदि विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह विपक्ष के सवालों का जवाब विधानसभा में नहीं देंगे. यदि वास्तव में ऐसा हुआ तो सरकार के सामने अजीब स्थिति पैदा हो जाएगी. वहीं, चर्चा यह भी चल रही है कि अनिल विज किसी भी वक्त स्वास्थ्य विभाग से इस्तीफा दे सकते हैं.
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