हिसार | दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी से नरवाना विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को भारतीय जनता पार्टी से नजदीकियां बढ़ाना महंगा पड़ गया है. बता दें कि हरियाणा में मनोहर लाल के नेतृत्व में चल रही बीजेपी सरकार में दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी गठबंधन में शामिल हैं. दुष्यंत चौटाला ने रामनिवास सुरजाखेड़ा को हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के चैयरमेन पद से हटा दिया है.
ये होंगे नए चैयरमेन
दुष्यंत चौटाला ने वीरवार शाम को बड़ा कदम उठाते हुए भाजपा के मोह में फंसे विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के चैयरमेन पद से हटा दिया है. उनकी जगह पर पार्टी ने संगठन सचिव राजेंद्र लितानी को हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड का नया चैयरमेन नियुक्त कर दिया है. बता दें कि राजेंद्र लितानी हिसार ज़िले के उकलाना हल्के के गांव लितानी के रहने वाले हैं और लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं.
निर्दलीय पार्षदों को बीजेपी में करवाया था शामिल
बता दें कि विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने अपनी ही पार्टी के नेता व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि उनकी विधानसभा में होने वाले विकास कार्य सीएम मनोहर लाल करवा रहे हैं. इससे पहले उन्होंने नरवाना से निर्दलीय चुनाव जीती चेयरपर्सन को उनके पति और अन्य पार्षदों के साथ बीजेपी में शामिल करवाते हुए भाजपा का पटका पहनवाया था.
खुद भी पहना बीजेपी का पटका
मनोहर लाल से नजदीकियां और बीजेपी प्रेम में वशीभूत होकर रामनिवास सुरजाखेड़ा ने तब खुद भी बीजेपी का पटका अपने गले में डाल लिया था. यहां तक कि निकाय चुनाव में उनकी पार्टी ने जो कैंडिडेट चुनावी मैदान में उतारा था. उसके नाम पर भी वो सहमत नहीं थे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद दुष्यंत चौटाला ने सबसे पहले पार्टी के खिलाफ अंदरूनी बगावत कर रहे रामनिवास सुरजाखेड़ा के पंख काटे और अपने भरोसेमंद राजेंद्र लितानी को खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया.
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