चंडीगढ़ | हरियाणा के पूर्व मंत्री निर्मल सिंह बेटी चित्रा सरवारा के साथ कांग्रेस (Congress) में शामिल हो गए हैं. उन्हें पार्टी में शामिल करने की खिचड़ी 8 महीने से पक रही थी, लेकिन पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा (Bhupendra Singh Hooda) दिल्ली हाईकमान में रणदीप सुरजेवाला और कुमारी शैलजा के कमजोर होने का इंतजार कर रहे थे क्योंकि 8 महीने पहले कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद रणदीप सुरजेवाला और छत्तीसगढ़ चुनाव के कारण कुमारी शैलजा की कांग्रेस आलाकमान में अच्छी पकड़ थी.
इस बीच हुड्डा बैकफुट पर रहे लेकिन मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की करारी हार के बाद जब रणदीप सुरजेवाला और कुमारी शैलजा कमजोर साबित हुए तो हुड्डा खेमे ने इसका फायदा उठाया और निर्मल सिंह की एंट्री करा दी. दरअसल, सुरजेवाला को मध्य प्रदेश और शैलजा को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया था. दोनों राज्यों में पार्टी हार गई है.
गुटबाजी देखने को मिली
शुक्रवार को निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा के कांग्रेस में शामिल होने के दौरान भी गुटबाजी देखने को मिली. हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान सिंह, प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया, पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में निर्मल सिंह और चित्रा कांग्रेस में शामिल हुए. इस दौरान न तो रणदीप सुरजेवाला नजर आए और न ही कुमारी शैलजा. अंबाला कैंट से दीपेंद्र हुड्डा के करीबी अतुल महाजन और सिटी से पूर्व सीएम के करीबी विधायक जसबीर मलौर भी निर्मल सिंह के साथ दिखे.
निर्मल सिंह ने मंच से दिया ये बयान
कांग्रेस में शामिल होते समय पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने मंच से कहा कि मेरी आत्मा में सिर्फ कांग्रेस ही बसी है. भूपेन्द्र सिंह के मन में एक टीस थी. वह हमेशा कहते थे कि निर्मल सिंह को वापस आना होगा, लेकिन हुड्डा ने कहा था कि अभी हालात ठीक नहीं हैं. करीब 8 महीने तक खिचड़ी पकती रही. भूपेन्द्र सिंह हुडडा सही समय का इंतजार कर रहे थे. अब वह अपने घर लौट आये हैं.
हुडा ने कही ये बात
पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बहुत खुशी होती है, जब दो भाई बिछड़ते हैं और फिर एक साथ आते हैं. निर्मल सिंह और मैंने यूथ कांग्रेस में बड़ा संघर्ष किया, पुराने दोस्त हैं. पूर्व सीएम ने निर्मल सिंह की पीठ थपथपाते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस में पूरा मान- सम्मान और स्थान मिलेगा.
हुडा ने शैलजा का किया घेराव
लोकसभा- विधानसभा चुनाव से पहले निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा की पार्टी में वापसी के बाद हुड्डा ने कुमारी शैलजा की घेराबंदी कर रखी है. हुड्डा खेमे ने पार्टी के साथ- साथ अंबाला में भी अपनी जड़ें मजबूत कर ली हैं. अंबाला जिले में हुड्डा और शैलजा गुट हमेशा आमने- सामने रहते हैं. निर्मल सिंह को पार्टी में शामिल करते हुए हुड्डा ने उन्हें सम्मान और पद तीनों का भरोसा दिलाया है. ऐसे में कुमारी शैलजा की मुश्किलें बढ़ना तय है.
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