चंडीगढ़ | हरियाणा में पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों का बिगुल बज चुका है. गांवों की छोटी सरकार चुनने को लेकर ग्रामीणों में कसमकश का दौर जारी है. चुनाव प्रचार जोरों-शोरों से चल रहा है और रूठों को मनाने का दौर जारी है. पहले चरण में हरियाणा के नौ जिलों में मतदान होगा. इसके लिए 30 अक्टूबर को जिला परिषद और पंचायत समिति मेंबर के लिए वोट डाले जाएंगे जबकि 2 नवंबर को सरपंच- पंच के लिए मतदान होगा.
पंचायत चुनावों को देखते हुए हरियाणा सरकार ने ग्रामीणों वोटरों को बड़ी राहत दी है. पहले चरण के लिए नौ जिलों में होने वाले मतदान को देखते हुए 2 दिन की छुट्टी की घोषणा की गई है. कारखानों में काम करने वाले ग्रामीण वोटरों को इससे मतदान के लिए छूट मिलेगी. सरकार के फैसले के बाद श्रम विभाग ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया है.
इन जिलों में रहेगी छुट्टी
पहले चरण के लिए जिन नौ जिलों में चुनाव होंगे उनमें भिवानी, महेन्द्रगढ़, झज्जर, नूंह, जींद, कैथल, पानीपत, पंचकूला और यमुनानगर जिले शामिल हैं. यहां 30 अक्टूबर यानि रविवार को जिला परिषद और पंचायत समिति मेंबर तथा 2 नवंबर को सरपंच- पंच के चुनाव होंगे. ऐसे में कारखानों में कार्यरत ऐसे मतदाताओं, जो इस ग्राम पंचायत के क्षेत्र में पंजीकृत हैं को कार्य करने से छूट प्रदान करने का निर्णय लिया है.
पहली बार तीन चरणों में चुनाव
हरियाणा के इतिहास में पहली बार पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव तीन चरणों में होने जा रहे हैं. पहले चरण में 9 जिलों तथा दूसरे चरण में भी 9 जिलों में पंचायती चुनाव होंगे. स्टेट इलेक्शन कमीशन द्वारा तीन चरणों में चुनाव करवाने के पीछे आदमपुर उपचुनाव और पुलिस बल की कमी को वजह बताया गया है.
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