सोनीपत | दुष्यंत लीडिंग जननायक जनता पार्टी ने बरोदा उपचुनाव की तारीख घोषित होते ही चुनाव में बीजेपी-जेजेपी गठबंधन प्रत्याशी की जीत की हुंकार भरी है. पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि जेजेपी-बीजेपी गठबंधन उपचुनाव के लिए पूर्ण रूप से तैयार है. जिसके लिए दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेता निरंतर हल्के की जनता से जुड़े हुए हैं. दोनों पार्टियों ने क्षेत्र में सशक्त उम्मीदवार उतारने के लिए तैयार हैं जिसपर जल्द ही मुहर लग जाएगी .
कॉंग्रेस को बताया हल्के में पिछड़ेपन का कारण
जेजेपी के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. केसी बांगड़ ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि बरोदा सीट पूर्ण रूप से ग्रामीण इलाके में पड़ती है इसलिए गठबंधन सरकार की प्राथमिकता यही रहेगी कि किसान,मजदूर व कमेरे वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य करवाए जाएं.
उन्होंने बताया कि बरोदा हल्के के विकास के लिए कई कल्याणकारी योजनायें बनाई गई हैं जिससे उनका हित साधा जा सके. अब बरोदा हल्के के निवासी बीजेपी-जेजेपी गठबंधन पार्टी के उम्मीदवार को विजयी बनाकर अपने हल्के को विकास के पथ पर अग्रसर कर सकेंगे .उन्होंने बरोदा हल्के में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध न होने व अन्य विकास के क्षेत्र में पिछड़े होने के कारणों के पीछे पूर्व कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
पत्रकारों द्वारा एक सवाल के जवाब में डॉ. के सी बांगड़ ने बताया कि विधानसभा-2019 के चुनावों में बरोदा से कांग्रेस के उम्मीदवार ने 34 प्रतिशत वोट हासिल किए थे जबकि बरोदा की जनता ने गठबंधन सरकार की दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों को 57 प्रतिशत वाेट मिले जिससे तस्वीर साफ है कि बरोदा की जनता का गठबंधन को पूरा समर्थन मिला है.
इसलिए इस उपचुनाव में भी गठबंधन उम्मीदवार अवश्य ही भारी मतों के अंतर चुनावी रथ को विजय की और ले जाने में कामयाब होगा. अतः अब इन सब आंकड़ों पर नजर डालें तो इस बार कांग्रेस के लिए हल्के में मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जिससे पार्टी को भी अब सशक्त उम्मीदवार को मैदान में उतारना होगा,अन्यथा बरोदा हल्के में उनकी निरन्तर जीत के लक्ष्य को इस बार गठबंधन सरकार तोड़ती हुई नजर आ सकती है.
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