चंडीगढ़ | हरियाणा में कांग्रेस संगठन का गठन हो पाना फिर मुश्किल लग रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि हरियाणा में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के अलावा कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला और कुमारी शैलजा और विधायक किरण चौधरी अलग- अलग गुटों का नेतृत्व कर रहे हैं. यही कारण रहा कि पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं के दावों के बावजूद मंगलवार को संगठन की सूची अटक गई.
9 साल से राज्य में नहीं बना संगठन
बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के विरोधियों ने अपने समर्थकों की सूची पार्टी प्रभारी को नहीं दी है. पिछले 9 साल से राज्य में कांग्रेस का संगठन नहीं बन पाया है. इस बीच दो प्रदेश अध्यक्ष और करीब आधा दर्जन प्रभारी बदल गये हैं. तीनों नेता अपने समर्थकों को संगठन में एडजस्ट कराने के लिए पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया की जगह खड़गे या वेणुगोपाल को सूची सौंपेंगे. इस उथल- पुथल के बीच कांग्रेस आलाकमान ने संगठन की घोषणा को अब अक्टूबर महीने तक के लिए टाल दिया है.
ये भी है संगठन नहीं बनने का कारण
बता दें कि लंबे इंतजार के बाद पार्टी प्रभारी और अन्य नेताओं की ओर से दावा किया गया था कि संगठन की पहली सूची 26 सितंबर को जारी होगी. इस पर भी पेच फंसा हुआ है. एसआरके (शैलजा- रणदीप और किरण) गुट के नेताओं का आरोप है कि अब तक की सूची में जिला अध्यक्षों के एक ही गुट का दबदबा है. इस संबंध में एसआरके ग्रुप के नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल से शिकायत की है.
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