नई दिल्ली । शुक्रवार को तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान और सरकार के बीच में बातचीत हुई. केंद्र और किसानों के बीच किसान आंदोलन को लेकर 12वे दौर की बातचीत भी बेनतीजा साबित हुई. किसानों ने कह दिया कि 26 जनवरी को दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा. अब किसान आंदोलन के मामले में दिल्ली पुलिस मोर्चा संभालेगी. बता दें कि गणतंत्र दिवस की फुल ड्रेस रिहर्सल 23 जनवरी को है. वहीं दिल्ली में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है, ताकि किसानों के ट्रैक्टर दिल्ली के अंदर ना आ सके.
दिल्ली में सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं
साथ ही केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 35 से 40 कंपनियां तैनात की गई है. दिल्ली में प्रवेश करने के सभी 127 मार्गों पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात की गई है. दिल्ली पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि 26 जनवरी को लेकर कोई भी लापरवाही नहीं बरती जाएगी. किसान ट्रैक्टर मार्च को दिल्ली के अंदर एंट्री नहीं मिलेगी.
वही इंटेलिजेंस टीम ने बताया है कि सवाल लाख किसानों ने दिल्ली के अंदर ट्रैक्टर लाने की तैयारी कर रखी है. इसके लिए तकरीबन 10 हजार क्रेन का इंतजाम करना होगा. दिल्ली पुलिस के लिए यह काफी बड़ी चुनौती है. दिल्ली पुलिस के पास जॉब ट्रेनें हैं वे ज्यादातर हल्के वाहनों को उठाने के लिए है. अब इसके लिए प्राइवेट क्रेन मालिकों से संपर्क किया जा रहा है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के पास 4000 जवान है.
हरियाणा में भी 26 जनवरी को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं
वही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी पानीपत में तिरंगा फहराने के लिए आ रहे हैं. इसके लिए भी पुलिस तैयारियों में जुटी हुई है. शुक्रवार को पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल करके दंगे से निपटने और वीआईपी सुरक्षा का अभ्यास किया गया. सोनीपत में अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां और मांगी गई. शुक्रवार रात 10:00 बजे से शनिवार दोपहर तक बाहरी वाहनों का दिल्ली में प्रवेश बंद किया गया.
दिल्ली पुलिस को आईबी की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट में, राजधानी के चारों ओर करीब 127 मार्गों को खतरनाक बताते हुए सुरक्षा बढ़ाने की बात कहीं गई है. इनमें से अधिकतर मार्ग खेतों से होकर राजधानी दिल्ली में एंट्री करने वाले हैं. पुलिस अधिकारी ने बताया कि अगर एक ट्रैक्टर पर चार-पांच किसान बैठेंगे, तो ऐसे में ट्रैक्टरों की परेड में किसानों की संख्या 4 से 5 लाख तक पहुंच सकती है. इसके लिए पुलिस को सख्त से सख्त कदम उठाना पड़ेगा ताकि परिस्थिति को नियंत्रित किया जा सके. 23 जनवरी से लेकर 26 जनवरी तक दिल्ली मेट्रो और बसों में सवार यात्रियों पर नजर रखी जाएगी.
किसानों ने दी सरकार को चेतावनी
वहीं दूसरी और किसान नेता हरपाल सिंह, सतपाल सिंह,पन्नू दर्शन पाल आदि का साफ तौर पर कहना है कि दिल्ली की ट्रैक्टर परेड ऐतिहासिक होने वाली है. इसे हर कीमत पर निकाला जाएगा. देश के प्रत्येक जिलों से ट्रैक्टर लाने की तैयारियां पूरी कर ली गई है. सरकार इस परेड को रोकने का प्रयास करेगी, तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे.
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