चंडीगढ़ | ओलम्पिक पदक विजेता पहलवान और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के समर्थक बजरंग पूनिया (Bajrang Puniya) ने मंगलवार को दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में किसान प्रकोष्ठ के कार्यकारी अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया. इस दौरान कांग्रेस महासचिव कुमारी शैलजा, चौधरी बीरेंद्र सिंह, अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखपाल सिंह खैरा और जुलाना विधानसभा सीट से नवनिर्वाचित विधायक विनेश फोगाट मौजूद रहीं.
हुड्डा पिता- पुत्र की अनुपस्थिति बनी चर्चा का विषय
खास बात ये रही कि इस दौरान न तो पूर्व सीएम हुड्डा मौजूद रहे और न ही उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा, जबकि हुड्डा पिता- पुत्र ने ही बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को कांग्रेस ज्वाइन कराई थी और विनेश को जुलाना से टिकट भी दिलाया था. पूनिया को बीती 6 सितंबर को किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. पूनिया ने कहा कि वह किसानों के मुद्दों को जोर- शोर से उठाएंगे और किसानों के साथ गलत नहीं होने देंगे.
हरियाणा कांग्रेस में बदलाव के संकेत
जिस दिन विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे, उस दिन हुड्डा गुट से आने वाले प्रदेशाध्यक्ष उदयभान सिंह भी मौजूद थे, लेकिन आज जब बजरंग पूनिया ने किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाला तो उस वक्त कुमारी शैलजा और चौधरी बीरेंद्र सिंह मौजूद थे. क्या ये हरियाणा कांग्रेस में बदलाव के संकेत दिखाई पड़ रहे हैं?
रेसलिंग से राजनीति में आए बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट की सियासत ने सबको चौंका दिया है. हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले विनेश- बजरंग हुड्डा ग्रुप के साथ रहे. चुनाव के दौरान भी विनेश फोगाट के लिए दीपेंद्र हुड्डा प्रचार करते दिखे. इसे लेकर बजरंग पूनिया ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा हमारे सीनियर नेता हैं और आगे भी हम उनके नेतृत्व में काम करते रहेंगे.
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