रेवाड़ी | हरियाणा के पूर्व सीएम राव बीरेंद्र सिंह के जन्मदिन के अवसर पर 20 फरवरी को सुबह 10 बजे उनके नाम पर डाक टिकट जारी किया जाएगा. शनिवार को उनके बेटे केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने अपने जन्मदिन पर यह जानकारी दी. राव बीरेंद्र सिंह 1967 में हरियाणा राज्य बनने के बाद दूसरे मुख्यमंत्री बने थे. राव वीरेंद्र सिंह कई बार केंद्र में मंत्री भी रहे. जब वे अपने केंद्र में कृषि मंत्री थे तब हरियाणा में एक नारा ‘राव आया, भाव आया’ बहुत लोकप्रिय था.
बेटे को सौंपी राजनीतिक विरासत
साल 1997 में पूर्व सीएम राव बीरेंद्र सिंह ने सक्रिय राजनीति से दूरी बना ली थी. इससे पहले राव बीरेंद्र ने अपनी राजनीतिक विरासत अपने बेटे राव इंद्रजीत सिंह को सौंपी थी जो फिलहाल गुरुग्राम से सांसद और केंद्र में मंत्री हैं.
राव को राजा के नाम से जाना गया
दक्षिणी हरियाणा की राजनीति हमेशा रामपुरा हाउस के इर्द- गिर्द घूमती रही है. पूर्व सीएम राव बीरेंद्र सिंह भी रामपुरा हाउस से हर बड़ा फैसला लेते थे. दक्षिणी हरियाणा के रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, नूंह और भिवानी जिलों के कुछ हिस्सों में अभी भी रामपुरा हाउस की मजबूत पकड़ है.
इंदिरा गांधी को खुद रामपुरा हाउस आना पड़ा
राव बीरेंद्र सिंह ने दिल्ली तक सनसनी मचा दी जब उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़कर अलग विशाल हरियाणा पार्टी बनाई. उस समय की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी उन्हें मनाने रामपुरा हाउस पहुंचीं. हालांकि, बाद में वे दोबारा कांग्रेस में लौट आए. उनके पुत्र राव इंद्रजीत सिंह भी कई वर्षों तक कांग्रेस में रहे. इसके बाद, साल 2014 में कांग्रेस को अलविदा कहकर बीजेपी में शामिल हो गए.
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