रेवाड़ी | एक लंबी सियासी उठापटक के बाद हरियाणा के रेवाड़ी में प्रस्तावित एम्स के निर्माण को लेकर तस्वीर साफ हो गई है. रेवाड़ी के माजरा में बनने वाले एम्स (AIIMS) का टेंडर फाइनल हो गया है और इसका निर्माण एलएनटी कंपनी करेगी. इसके निर्माण पर 1,231 करोड़ रूपए की लागत राशि खर्च होगी और 22 महीने के भीतर कंपनी को निर्माण कार्य पूरा करने की डेडलाइन दी गई है.
शीतकालीन सत्र में गूंजा था मुद्दा
बता दें कि हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एम्स निर्माण के मामले को लेकर खूब शोर-शराबा हुआ था. विपक्ष के इस हंगामे पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सदन में बताया था कि एम्स निर्माण को लेकर बहुत जल्द टेंडर फाइनल किया जाएगा. गुरुग्राम से बीजेपी सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भी कहा था कि जैसे ही टेंडर फाइनल होगा पीएम नरेंद्र मोदी के आने का शेड्यूल भी जारी किया जाएगा. अब टेंडर फाइनल हो चुका है और एलएनटी कंपनी को वर्क ऑर्डर जारी हो चुका है.
सहकारिता मंत्री ने पहले ही दिए थे संकेत
गांव कुंडल में 28 दिसंबर को आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने एम्स निर्माण को लेकर विपक्ष द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न देने की बात कहते हुए इलाके को एम्स की सौगात के लिए निर्माण प्रक्रिया जल्द शुरू होने की बात कही थी. लंबे समय से एम्स निर्माण को लेकर धरने पर बैठी संघर्ष समिति ने भी कहा कि अब जाकर उनका आंदोलन रंग लाया है.
2015 में हुई थी घोषणा
साल 2015 में रेवाड़ी के बावल में आयोजित एक रैली के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मनेठी गांव में एम्स निर्माण की घोषणा की थी. इसके लिए मनेठी की पंचायत की तरफ से 210 एकड़ से ज्यादा जमीन दी गई. उसके बाद, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में मनेठी में एम्स बनाने की घोषणा की थी, लेकिन इसी बीच वन सलाहकार समिति की तरफ से मनेठी की जमीन को वन क्षेत्र बताते हुए उस पर आपत्ति लगा दी गई थी. पर्यावरण विभाग की आपत्ति के चलते इस जमीन को निरस्त कर दिया गया था और उसके बाद माजरा गांव में एम्स निर्माण को लेकर जगह चिह्नित की गई.
हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार
बता दें कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत हरियाणा के रेवाड़ी को 750 बेड वाले एम्स की सौगात मिली थी. इसके निर्माण से आसपास के क्षेत्र खासकर रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़, चरखी दादरी, भिवानी, झज्जर, रोहतक, मेवात, पलवल और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों को फायदा पहुंचेगा. वहीं, एम्स निर्माण से प्रत्यक्ष रूप से करीब 3 हजार और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 10 हजार लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!