दिल्ली में पीड़ितों को जीवनदान कर रही रेवाड़ी की वीरांगनाएं, कई बार कर चुकी हैं रक्तदान

रेवाड़ी | अभी तक आपने केवल रेवाड़ी के वीरों के किस्से ही पढ़े और सुने होंगे, लेकिन वीरों की भूमि रेवाड़ी पर न केवल वीरों ने जन्म लिया है बल्कि यहां वीरांगनाओं ने भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपने कर्मों से लोहा मनवाया है. रेवाड़ी जिले के वीरों ने हर क्रांति में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है और अपने प्राणों तक को राष्ट्र के लिए न्योछावर कर दिया.

Rewari Blood Donate

रक्तदाता के रूप में नई पहचान

आज उन्हीं के पद चिन्हों पर चलते हुए रेवाड़ी जिले की तीन वीरांगनाएं जो कि दिल्ली पुलिस में सेवारत हैं, पूरी कर्तव्य निष्ठा और ईमानदारी के साथ शांति, सेवा और न्याय के उद्घोष के साथ भारत के दूर- दराज के क्षेत्र से दिल्ली में उपचार करवाने आए उन पीड़ितों को रक्तदान कर जीवन दान कर रही हैं जिनका यहां पर अपना कोई नहीं है.

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17 बार रक्तदान कर चुकी हैं सपना

इस कड़ी में सबसे पहला नाम आता है, पश्चिमी- दिल्ली के तिलक नगर एसीपी ऑफिस में तैनात हवलदार सपना यादव का, जोकि हंसाका गांव की निवासी हैं और 17 बार रक्तदान कर चुकी हैं. दूसरे नंबर पर कोसली क्षेत्र के झाड़ौदा गांव निवासी सिपाही पूजा कौशिक जो नई दिल्ली के बाराखंबा रोड एसीपी ऑफिस में तैनात है. पूजा भी 9 बार रक्तदान करने के साथ ही नियमित रूप से जरूरतमंदों को रक्त भी उपलब्ध करवा रही हैं.

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सराहनीय प्रयास पर कई बार सम्मानित

तीसरे नंबर पर रेवाड़ी शहर निवासी कविता यादव भी किसी से कम नहीं है जो थाने की कठिन लॉ एंड ऑर्डर की ड्युटी के साथ-साथ 7 बार रक्तदान कर चुकी हैं. तीनों ही वीरांगनाओं को समय- समय पर दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारीयों और अनेकों सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है.

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