रोहतक | हरियाणा का रोहतक जिला नट बोल्ट के लिए तो प्रसिद्ध है ही वहीं अब इसे इलेक्ट्रिक वाहन (Electric Vahan) वाली लिथियम बैटरी (Lithiam Battery) का हब भी कहा जाएगा. राज्य के लिए अपने आप में यह एक बड़ी उपलब्धि है. आपको बता दें कि इसके लिए IMT में 100 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट की शुरुआत हो रही है. मेक इन इंडिया के तहत, MSME (सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम) ने इस प्रोजेक्ट की जमीनी स्तर पर शुरुआत करने के तहत सरकार से 50 एकड़ जमीन खरीदने की पूरी तैयारी भी कर ली है.
देश में होगा बैटरी उत्पादन
इसके बाद देश न केवल ई- वाहन, बल्कि बैटरी उत्पादन भी कर पायेगा. इस प्रोजेक्ट से युवाओं के लिए भी रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे. शहर के खेड़ी साध स्थित आईएमटी में शनिवार को दोपहिया ई-वाहन व लिथियम बैटरी बनाने की नई इंडस्ट्री की शुरुआत हुई है. एमएसएमई की कोशिश से यहां 200 से ज्यादा उद्योगपति पहुंचे. एमएसएमई परिसर में उद्योगपतियों को इस नए प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए इससे जुड़ने के लिए प्रेरणा दी गई. यह प्रोजेक्ट लगभग 50 एकड़ जमीन पर शुरू किया जाएगा. इसमें अनेक छोटे-बड़े उद्योगपति अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे.
रोहतक को मिलेगी नई पहचान
यह प्रोजेक्ट शुरू होने से छोटे उद्योगपतियों को भी काम मिलेगा. सरकार भी इसके लिए सबको प्रेरित कर रही है.मेक इन इंडिया के तहत आईएमटी में आ रहा ई- वाहन प्रोजेक्ट रोहतक को तों नई पहचान देगा ही साथ में यह युवाओं के लिए भी रोजगार के बेहतर अवसर लेकर आएगा. यह उद्योग रोहतक ही नहीं, हरियाणा के कुशल व योग्य युवाओं को रोजगार देने में सक्षम होगा. आने वाले तीन सालों में रोहतक में इलेक्ट्रिक व्हीकल हब बनकर तैयार हो जाएगा.
दोपहिया वाहनों के लिए इस हब में छोटे से लेकर बड़े पार्ट तैयार किए जाएंगे. प्रदूषण नियंत्रण को लेकर भी यहां पर पूरे इंतजाम किए जाएंगे. प्रदूषण नियंत्रण के लिए ईटीपी, एसटीपी, पीएनजी, सीएनजी, सोलर सेटअप, ग्रीन बेल्ट का विशेष ध्यान रखा जाएगा. हब में आरएनडी रिसर्च केंद्र की सुविधा भी रहेंगी.
इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में बैंक का पूरा सहयोग
MSME रोहतक के अध्यक्ष संजय मुंजाल ने कहा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में बैंक का पूरा सहयोग रहेगा. मेक इन इंडिया के तहत हरियाणा सरकार की 85 स्कीम हैं. हम बैटरी बनाने में सक्षम है. आरएनडी सेंटर प्रोफाइल बनाकर पैन इंडिया ले जा सकते हैं, रिसाइकिलिंग कर सकते हैं. पेट्रोल पर चार्जिंग सेंटर बनाकर भी बिजनेस किया जा सकता है. इलेक्ट्रिक व्हीकल हब के जरिये रोजगार के मौके भी मिलेंगे.
मिलेगी सभी सुविधाएं
MSME के निदेशक संजीव चावला ने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल हब में सभी सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं. यहां उद्यमियों को 100 गज से लेकर 5 एकड़ तक जमीन मुहैया कराई जाएगी. कर्मचारियों के लिए अस्पताल, प्राइमरी स्कूल, अपार्टमेंट, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स व सेफ्टी के अलावा कई तरह की अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
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