रोहतक | हाल ही में हरियाणा ग्रुप डी CET परीक्षा का आयोजन किया गया था. इस परीक्षा के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने पुख्ता इंतजाम किए थे लेकिन फिर भी कुछ जगहों से खबरें आई की सीटर पकड़े गए हैं. इस प्रकार परीक्षा के दौरान 34 सीटर पकड़े गए थे. फिलहाल परीक्षा से संबंधित एक बड़ी अपडेट सामने आ रही है. आपको बता दें कि ग्रुप डी के पेपर के लीक होने की भी आशंका जताई जा रही है. इसको लेकर पुलिस ने एक गिरोह को गिरफ्तार भी किया है.
गिरोह में शामिल कम से कम 10 सदस्य
पेपर साल्वर गैंग के गुर्गे परीक्षार्थियों को दूसरी शिफ्ट में परीक्षा दिलाने दिल्ली से हरियाणा ले जाने वाले थे और तभी दिल्ली पुलिस ने रोहतक के सांपला निवासी कपिल और चिड़ी गांव निवासी वेदपाल को गिरफ्तार कर लिया. बता दे गिरोह में हरियाणा पुलिस के सिपाही सोनीपत निवासी रोबिन के संलिप्त होने की भी खबर है.
पुलिस ने पकड़े गए आरोपित से परीक्षार्थियों के बैग, परीक्षा पास कराने के लिए ली गई अग्रिम राशि के चेक, मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया गया है. वैसे, इनके पास से प्रश्नपत्र प्राप्त नहीं हुआ है. आशंका है कि इस गिरोह में कम से कम 10 सदस्य शामिल हैं.
दिल्ली पुलिस को मिली थी फर्जीवाडे की सूचना
दिल्ली की रणहोला थाना पुलिस को 21 अक्टूबर को सूचना मिली कि हरियाणा में हो रहे सीईटी में फर्जीवाड़ा कराया जा रहा है. इसी सूचना के आधार पर पुलिस की एक टीम बापरौला गांव के परशुराम पार्क के नजदीक सफेदा पार्क के पास पहुंची तो कार में बैठे 2 लोगों के पास एडमिट कार्ड और अन्य कागजात थे. वहीं, उनके आसपास लगभग 12 युवक खडे थे जो पुलिस को देखकर भागने लगे.
इस दौरान, पुलिसकर्मियों ने कार में बैठे कपिल और वेदपाल कों पकड़ लिया. दोनों ने बताया कि वह अपने साथियो के साथ मिलकर प्रतियोगी परीक्षाओ का पेपर लीक कराते है. इस मामले में पुलिस ने प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज करके जाँच शुरू कर दी है. लेकिन, अभी इस मामले में ज्यादा कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है.
एक रात पहले करवाते थे तैयारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पेपर लीक कराकर आरोपित जिन परीक्षार्थियों को देते थे, उन्हें एक रात पहले अपने पास बुलाते थे. फिर साल्वर हर सवाल की तैयारी करवाता था. इसके बाद, गिरोह के दूसरे लोग अलग-अलग गाड़ी में परीक्षार्थियों को सीधा परीक्षा केंद्रों पर छोड़ते थे. इस प्रकरण में कुछ पैसे परीक्षा से पहले ले लिए जाते थे और उनके दस्तावेज, मोबाइल फोन और अन्य सामान भी अपने पास रख लेते थे. पेपर देकर बाहर आने के बाद परीक्षार्थियों से बाकी राशि ली जाती थी.
परीक्षार्थियों पर भी हो सकती है कार्यवाही
आरोपितों के पास से जिन परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं, पुलिस उनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कर सकती है. आरोपितों से मिले परीक्षार्थियों के मोबाइल फोन की भी जांच हो रही है. जिस हुडई औरा कार को रणहौला पुलिस ने पकड़ा है, उसे आरोपितों ने बीते 5 सितंबर को ही रोहतक के सांपला इलाके से खरीदा था. पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस अंतराल में आरोपितों ने और कितनी गाड़ियाँ खरीदी थीं.
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