रोहतक के पहरावर गांव की जमीन विवाद का सच, आखिर क्यों हरियाणा की राजनीति में मची खलबली

रोहतक | जिले के पहरावर गांव में रविवार को आयोजित परशुराम जयंती समारोह ने राज्य की राजनीति को गर्म कर दिया है. रविवार को रोहतक के सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने अपनी ही सरकार को मंच से जमकर घेरा. साथ ही ब्राह्मणों की अनदेखी का आरोप लगाया. नारनौद के विधायक रामकुमार गौतम ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी. वहीं बादली विधायक कुलदीप वत्स ने भी पहरावर की जमीन को लेकर खुली जंग का ऐलान कर दिया.

arvind sharma

सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पूर्व सहकारिता मंत्री और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष ग्रोवर को कटघरे में खड़ा कर दिया. सांसद ने कहा कि सरकार चाहे तो दो घंटे में जमीन विवाद का समाधान कर सकती है, मुख्यमंत्री जमीन देने को भी तैयार थे. लेकिन बहकावे में आने के बाद जमीन से जुड़े कागजात नहीं दिए. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि सरकार पहरावर की जमीन गौड़ शिक्षण संस्थानों को एक महीने में दे दें अन्यथा वह स्वयं इस स्थान पर धरने पर बैठेंगे. इसके अलावा सांसद ने सरकार पर कई आरोप भी लगाए. उन्होंने कहा कि ग्रोवर ने मुख्यमंत्री को गुमराह किया था इसलिए जमीन मिलने में देरी हुई.

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ये है पूरा मामला

2009 में पहरावर की 16 एकड़ जमीन गांव ने गौर शिक्षण संस्थानों को 33 साल की लीज पर दी थी. लेकिन अब नगर निगम ने यहां बोर्ड लगा दिया है और उसे अपना मालिकाना हक बता रहा है. जमीन के लिए संस्था से 8 करोड़ रुपए विकास शुल्क मांगा जा रहा है. अभी तक यह जमीन संस्थाओं को नहीं दी गई है. इस जमीन को लेकर पिछले महीने से विवाद चल रहा है. इसी बीच चेतावनी देते हुए नवीन जयहिंद ने पहरावर की इसी भूमि पर परशुराम राम जयंती समारोह का आयोजन किया. इसमें प्रदेश भर से लोग फरसे लेकर आए थे.

26 जून को जंतर मंतर पर होगा प्रदर्शन

परशुराम जयंती समारोह के आयोजक नवीन जयहिंद ने बताया कि रविवार को 37 बिरादरी के सहयोग से ब्राह्मणों की जमीन से कब्जा छुडवा दिया है. परशुराम जयंती समारोह में हजारों की संख्या में युवा अस्थियां लेकर पहुंचे. जयहिंद ने कहा कि 26 जून को दिल्ली जंतर-मंतर पर इकट्ठा होकर कश्मीरी पंडितों की हत्याओं को रोकने की मांग उठाएगी. जयहिंद ने कहा कि यह धर्मयुद्ध की शुरुआत है. जिस तरह अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनाया गया है, उसी तरह रोहतक में भगवान परशुराम का मंदिर बनेगा और इस जमीन पर स्कूल, कॉलेज और अस्पताल बनाए जाएंगे.

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नवीन जयहिंद ने कहा कि 13 साल हो गए हैं ब्राह्मण समुदाय के लोग धक्का खा रहे हैं. लेकिन सरकार जमीन नहीं दे रही है. हम सरकार को आठ करोड़ क्या आठ आने व एक इंच जमीन भी नहीं देंगे. बता दें कि समारोह में ब्राह्मण समाज व अन्य समाज ने नवीन जयहिंद को 2 करोड़ 3 वाहन देने की बात कही.

पूर्व सीएम ने कहा, जमीन कोई नही छिन सकता

उधर पूर्व सीएम हुड्डा ने रोहतक में प्रेस वार्ता में कहा कि मेरी कैबिनेट ने पहरावर गांव की जमीन गौर ब्राह्मण संगठन को दी है. इसलिए कोई सरकार इसे छीन नहीं सकती. जमीन गौर ब्राह्मण संगठन की थी है और रहेगी. पहरावर भूमि विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के दौरान कैबिनेट ने पूरी प्रक्रिया के तहत फैसला लिया था. कांग्रेस सरकार ने संस्था को 33+33+33 साल के लिए मामूली दर पर पट्टे पर जमीन दी थी. जमीन पर आज भी संस्था का अधिकार है. इसलिए अगर भाजपा-जजपा सरकार इस फैसले से खिलवाड़ करती है तो कांग्रेस इसका कड़ा विरोध करेगी.

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दीपेंद्र हुड्डा ने कही ये बात

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने गौर ब्राह्मण संस्थाओं को पूर्ण समर्थन देते हुए कहा कि वे पूरी तरह से ब्राह्मण समाज, पहरावर गांव और गौर ब्राह्मण संस्थाओं के साथ हैं. सरकार को ब्राह्मण समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए. कांग्रेस की पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार ने कैबिनेट बैठक के माध्यम से पहरावर गांव की इच्छा के अनुसार जमीन गौर ब्राह्मण संगठन को हस्तांतरित कर दी थी.

अब इस जमीन पर पूरा अधिकार गौर ब्राह्मण संगठन का है. यह जमीन गौर ब्राह्मण संगठन की थी है और रहेगी. कोई भी सरकार गौर ब्राह्मण संगठन को इस जमीन के अधिकार से वंचित नहीं कर सकती. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार तुरंत फैसला ले नहीं तो इसका खामियाजा इस सरकार को उठाना पड़ेगा. 36 बिरादरी का समर्थन ब्राह्मण समाज की जायज मांग के साथ है.

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