रोहतक । तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ , केन्द्र सरकार के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर से सरकार पर हमला बोला. उन्होंने 26 जनवरी को लाल किले पर हुई घटना को लेकर कहा कि एक पाइप पर धार्मिक झंडा लगा दिया तो क्या पाप कर दिया. उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही लालकिले को बेच चुकी है और ऐसे 26 संस्थानों को ओर बेचने की तैयारी है. किसान नेता ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकार ने अगले 20 साल का खाका तैयार कर लिया है कि किस तरह से किसानों को उनकी जमीन से विहीन किया जा सके. सरकार चाहती है कि किसानों की जमीन पर फैक्ट्री लग जाएं और किसान उसमें मज़दूरी करें.
बुधवार को किसान नेता राकेश टिकैत रोहतक के महम में आयोजित किसान पंचायत में शिरकत करने पहुंचे थे. यहां उन्होंने ऐलान किया कि किसान आंदोलन को समर्थन करने वाले लोगों को सरकार तंग करना बंद कर दें. उसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने आन्दोलनकारीओं पर चल रही छापेमारी को लेकर सरकार को चेतावनी दी कि अगर अब छापेमारी हुई तो जांच एजेंसियों को सबक सिखाने के लिए बंधक बना लिया जाएगा.
वहीं हरियाणा में नुकसान भरपाई बिल को लेकर भी उन्होंने हरियाणा की मनोहर सरकार को लपेटे में लिया. राकेश टिकैत ने कहा कि सबसे पहले भरपाई तो मनोहर लाल से करवानी चाहिए जिन्होंने किसान आंदोलन के चलते हरियाणा की सड़कों को नुक़सान पहुंचाया. उन्होंने कहा कि मनोहर लाल का इलाज तो जनता ने कर दिया है, अगर हिम्मत है तो हरियाणा में कहीं कोई राजनीतिक प्रोग्राम करके देखिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनका आन्दोलन तब तक जारी रहेगा ,जब तक तीनों कृषि कानून वापिस नहीं होंगे तथा एमएससी पर कानून नहीं बनेगा. उनकी सरकार से मांग है कि संयुक्त किसान मोर्चा से बातचीत को दोबारा से शुरू किया जाएं.
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