सिरसा । अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा किए गए तख्तापलट का असर भारतीय बाजारों में भी देखने को मिलने लगा है. बीते एक सप्ताह में ही अफगानिस्तान से आने वाले सुखे मेवों का भाव डेढ़ गुना तक बढ़ गए हैं. ड्राई फ्रूट्स बेचने वाले व्यापारियों ने बताया कि हर वर्ष सितंबर महीने के पश्चात सूखे मेवे की कीमतों में वृद्धि देखने को मिलती थी लेकिन इस बार अगस्त में ही कीमतों में उछाल आएगा, ऐसा सोचा नहीं था.
भादरा शहर में सूखे मेवों के होलसेल व्यापारी सुरेश गोयल ने बताया कि अफगानिस्तान में तेजी से बदलें घटनाक्रम के बाद अचानक सूखे मेवों की कीमतों में वृद्धि हुई है. अफगानिस्तान से आने वाले गुरबंदी बादाम की कीमत 900 रुपए से बढ़कर 1100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है. अंजीर की कीमत 600 से बढ़कर 800 रुपए, मुनक्का 500 से बढ़कर 700 रुपए प्रति किलो तथा काली दाख की कीमत 400 से बढ़कर 600 रुपए तक पहुंच गई है. भारतीय दाख की कीमत में भी 15 से 20 रुपए प्रति किलो की तेजी दर्ज की गई है.
अमेरिकन बादाम गिरी के रेट हुए दोगुना
अमेरिका से आने वाली बादाम गिरी की कीमत दोगुनी हो गई है. 15 दिन पहले 550 रुपए प्रति किलो बिकने वाली अमेरिकी बादाम गिरी की कीमत बढ़कर 900 से 1100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है.
भारत में पैदा होने वाले मेवे के दामों में राहत
हालांकि भारत में पैदा होने वाले काजू, अखरोट आदि की कीमतों में विशेष बढ़ोतरी नहीं हुई है. रक्षाबंधन, जन्माष्टमी इत्यादि त्योहारों के मौसम से पहले सूखे मेवों की कीमतों में उछाल से जहां उपभोक्ताओं की जेब ढीली होगी, वहीं इनकी डिमांड में भी कमी आई है. त्योहारों के मौसम में सूखे मेवों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिलती हैं लेकिन अचानक बढ़ी कीमतों से डिमांड पर भी असर पड़ा है.
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