हरियाणा में सिंघाड़े की खेती से मालामाल हो रहे किसान, मात्र 2 महीने में कमा रहे लाखों रूपए

सिरसा | हरियाणा सरकार की प्रोत्साहित नीति की बदौलत सूबे के किसान परम्परागत खेती का मोह त्याग कर बागवानी और ऑर्गेनिक खेती की ओर तेजी से रूझान कर रहे हैं. इस खेती की बदौलत किसान कम समय और लागत में मात्र कुछ ही महीनों में लाखों रुपए कमा रहे हैं. इसी कड़ी में सिरसा जिले के कुछ किसान परम्परागत खेती का मोह त्याग कर सिंघाड़े की फसल का उत्पादन कर अच्छी- खासी आमदनी कर रहे हैं. इस खेती में मेहनत भले ही थोड़ी ज्यादा हो लेकिन पारम्परिक फसलों के मुकाबले मुनाफा बहुत अधिक है.

Singhada Panifal

दो महीने में लाखों की कमाई

बता दें कि सिरसा के रानियां खंड में ओटू वियर के नजदीक कई किसान परिवारों ने जमीन ठेके पर ली हुई है. जिस पर वो परंपरागत खेती करने की बजाय सिंघाड़े की खेती कर रहे हैं. इन किसानों का कहना है कि सिंघाड़े की खेती की खास बात यह है कि ये महज दो महीने की होती है और एक एकड़ से 1 लाख रुपये के करीब की आमदनी हो जाती है.

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बिना रिस्क की खेती

किसानों का कहना है कि पारम्परिक फसलों जैसे गेहूं, कपास, धान आदि में ख़राबे का बहुत अधिक खतरा बना रहता है लेकिन इस फसल में खराब होने का रिस्क बेहद कम होता है. अगर सिंघाड़े की फसल में बीमारी लगती है तो दवाइयों के छिड़काव से फसल ठीक हो जाती है. वहीं, हरियाणा बागवानी विभाग भी सिंघाड़े की खेती करने वाले किसानों की हौसला- अफजाई करने में जुट गया है.

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जिला बागवानी अधिकारी प्रोमिला रानी ने बताया कि सिरसा के ओटू गांव के कुछ किसान सिंघाड़े की खेती कर लाखों रुपए का मुनाफा ले रहे हैं. उन्होंने अन्य किसानों से भी पारम्परिक खेती का मोह त्याग कर बागवानी अपनाने की सलाह दी है.

ऐसे होती है सिंघाड़े की खेती

जिला बागवानी अधिकारी ने बताया कि ये एक जलीय फल है, जो तालाब या झील में उगता है. इसका स्वाद मीठा होता हैं और लोगों खास बात ये है कि ये शुगर फ्री होता है. इसकी सीधी बुवाई ना करके नर्सरी में पौधे तैयार की जाती है और जब पौधों की लंबाई 300 मिमी. हो जाती है, तो इसकी रोपाई तालाब में कर दी जाती है. जिसके लगभग 2 महीने बाद सिंघाड़े की फसल बिक्री के लिए तैयार हो जाती है.

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सिंघाड़े के फायदे

सिंघाड़े में कई तरह के न्यूट्रिएंट्स होते हैं. इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है. ये फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीज, पोटैशियम, कॉपर, विटामिन B- 6 का अच्छा स्रोत होते हैं. सिंघाड़े का सेवन कैंसर मरीजों के लिए काफी लाभकारी होता है तो वहीं घुटनों के दर्द से राहत मिलती है. बीपी और दिल से संबंधित बीमारियों में भी सिंघाड़े का सेवन फायदेमंद साबित होता है. इसके सेवन से चेहरे पर निखार आता है तो वहीं वजन कम करने में मदद मिलती है.

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