सोनीपत | हरियाणा के सोनीपत शहर के लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. सोनीपत मेट्रो डिवलेपमेंट ऑथोरिटी (SMDA) ने शहर को जाम की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए गोहाना रोड़ फ्लाईओवर के नीचे अंडर पास का निर्माण करने का फैसला लिया है. सीएम नायब सैनी द्वारा इस प्रोजेक्ट के प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने के बाद अब अधिकारियों ने इसकी प्लानिंग बनाना शुरू कर दिया है. इसके साथ ही, गीताभवन चौक के डिजाइन में भी सुधार किए जाने का प्रस्ताव है.
एक चौथाई आबादी को मिलेगा नया रास्ता
गोहाना रोड़ फ्लाईओवर के नीचे अंडरपास बनाने के संबंध में पहले फिजिबिलिटी सर्वे करवाया जाएगा. इसके बाद, डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार कर प्रदेश सरकार और रेलवे से मंजूरी ली जाएगी. इस अंडरपास के बनने से लाइनपार एरिया में रहने वाली शहर की एक चौथाई आबादी को रेलवे लाइन पार करने का एक नया रास्ता मिलेगा.
ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा
इसके साथ ही, हजारों वाहन चालकों को गोहाना रोड़ फ्लाईओवर, गीताभवन चौक, ककरोई चौक और मिशन चौक पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से भी छुटकारा मिलेगा. वहीं, ओल्ड रोहतक रोड़ से गीता भवन चौक की तरफ आने वाले वाहनों को भी गोहाना रोड़ से घूमकर नहीं आना पड़ेगा. बता दें कि करीब 9 साल पहले गोहाना रोड़ फ्लाईओवर का निर्माण कार्य किया गया था, लेकिन प्रयोग में आने के बाद इसमें कई बड़ी खामियां सामने आई थी और स्थानीय लोग इसका ज्यादा लाभ नहीं उठा पा रहे थे. ऐसे में यहां लंबे समय से अंडरपास बनाने की मांग उठाई जा रही थी.
ये होंगे फायदे
- लाइनपार क्षेत्र की मुख्य शहर से कनेक्टिविटी मजबूत होगी
- पैदल और साइकिल सवारों को 300 मीटर पार करने के लिए 3 किलोमीटर घूमकर नहीं आना पड़ेगा.
- रेलवे ट्रैक पार करने में 10 से 15 मिनट का समय बचेगा.
- फ्लाईओवर के साथ लगते चौक- चौराहों से ट्रैफिक जाम को कम करने में मदद मिलेगी.
फ्लाईओवर के डिजाइन में खामियां
- ओल्ड रोहतक रोड से गीता भवन आने का रास्ता नहीं. गोहाना रोड़ से होकर आना पड़ता है.
- गोहाना रोड़ से ओल्ड रोहतक रोड़ नहीं मुड़ सकते हैं. नीचे के संकरे रास्ते का प्रयोग करना पड़ता है.
- फ्लाईओवर के दोनों तरफ संकरा रास्ता है.
अभी हैं ये दिक्कतें
- वाई शेप में बने फ्लाईओवर पर वाहन चालक असमंजस में रहते हैं और तीनों सिरों पर वाहनों की कतार लग जाती है.
- ककरोई चौक, गीताभवन चौक और मिशन चौक पर ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ता है.
- लोग दीवार फांदकर रेलवे लाइन पार करते हैं, जिससे हादसा होने का खतरा बना रहता है. इस तरह कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं.
- फ्लाईओवर के नीचे से गुजरने में परेशानी झेलनी पड़ती है.