आंदोलन में किसानों के खाने पर हर दिन 4 लाख रुपए खर्च कर रहा था ये शख्स, एक साल तक चलाया लंगर

सोनीपत । तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा किसान आंदोलन समाप्त हो गया है. आंदोलनकारी किसानों ने अपने घरों की और कूच करना शुरू कर दिया है. ऐसे में इस दौरान सिघूं बार्डर पर किसानों के लिए एक साल तक फ्री लंगर चलाने वाले एक रेस्टोरेंट के मालिक सुर्खियों में बने हुए हैं.

LANGAR

किसान आंदोलन के दौरान हजारों किसानों ने यहां फ्री में भोजन खाया और इसके साथ ही इनके लिए वहां नहाने धोने की व्यवस्था भी की गई थी. किसान आंदोलन समाप्त होने पर संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस रेस्टोरेंट के मालिक का शुक्रिया अदा किया और कहा कि आपका सहयोग अविस्मरणीय रहेगा.

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रेस्टोरेंट का नाम गोल्डन हट है. रेस्टोरेंट के मालिक राणा रामपाल सिंह ने बताया कि किसानों की जीत पर जो खुशी महसूस हो रही है, उन्हें शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है. यें लंगर तब तक चलता रहेगा जब तक की हर एक किसान अपने घर नहीं चला जाता. मालिक राणा रामपाल ने बताया कि रोजाना करीब चार लाख रुपए खर्च कर किसानों के लिए लंगर चलाने का काम किया है. किसान आंदोलन के दौरान रेस्टोरेंट बंद हो गया था. अब आंदोलन समाप्त हो गया है तो वह फिर से रेस्टोरेंट खोलने की तैयारी में है.

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