इस जिले के सरकारी स्कूल में दाखिला लेने के लिए छात्राओं की लगती है लंबी लाइन

सोनीपत । हरियाणा के सोनीपत में मुरथल अड्डा स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सरकारी स्कूल , जिले भर के सभी निजी स्कूलों को हर तरह से टक्कर दे रहा है. इस स्कूल की छात्राएं ने केवल अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर रही है. बल्कि सभी छात्राएं एक दूसरे से अंग्रेजी में ही बातें करती हैं. यहां की बिल्डिंग व अन्य सुविधाओं को देखकर यह लगता ही नहीं कि यह सरकारी स्कूल है. इस सरकारी स्कूल में दाखिला लेने के लिए छात्राओं की लंबी-लंबी लाइने लगती हैं इस स्कूल की छात्राओ ने केवल जिला स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पुरस्कारोंं की झड़ी लगाई हुई है.

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सोनीपत का राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बड़े-बड़े निजी स्कूलों को दे रहा है टक्कर 

बता दे कि शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड अनुसार स्कूल की स्थापना वर्ष 1948 में हुई थी. इस स्कूल में छात्राओं को पढ़ाया जाता है. 2008 तक स्कूल में छात्राओं की संख्या 1348 तक पहुंच गई थी, लेकिन स्टाफ और सुविधाएं 50 फीसद से भी कम थी. जिसके कारण अध्यापकों के साथ – साथ  छात्राओं को भी पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों में काफी परेशानी उठानी पड़ती थी. बता दें कि इसी वर्ष नवंबर में गांव मुरथल में नियुक्त प्राचार्य संतोष राठी को स्टेट अवार्ड मिला है.

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प्रदेश सरकार ने उन्हें अपनी मर्जी से 5 वर्ष के लिए कोई भी स्कूल चुनने का अवसर दिया है. संतोष राठी ने सोनीपत शहर में मुरथल अड्डा स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को चुना है. बता दें कि पिछले 12 वर्षों से संतोष राठी स्कूल प्राचार्य का पद संभाल रही है. उनकी मेहनत से न केवल आज स्कूलों में छात्राओं को बेहतर पढ़ाई मिल रही है,  बल्कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना, अपने अभिभावकों,स्कूल,  जिला,  प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रही है.

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इस प्रकार बढ़ाई गई स्कूल में सुविधा 

जैसे ही संतोष राठी ने प्राचार्य का पद संभाला,  सबसे पहले उन्होंने स्टाफ की कमी को पूरा करने पर ध्यान दिया. उस समय स्कूल में करीब 20 कमरे थे और 13 सौ से अधिक छात्राएं पढ़ाई करती थी. स्टाफ में कमी  होने के कारण पीटीआई तक को कक्षा प्रभारी की कमान दी गई. प्रत्येक सेक्शन में 105 छात्रों को शामिल किया गया. दो ही वर्ष में स्कूल में 25 सौ छात्राओं ने दाखिला लिया, अब स्कूल में 45 कमरे हैं जिनमें हर वर्ष 2,000 से अधिक छात्राएं पढ़ाई करती है. स्कूल में शिक्षा के स्तर को देखकर नोएडा की एक्स्ट्रा मार्क्स संस्था ने प्राचार्य से सम्पर्क किया और सुविधाओं को बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने स्कूल में 10 स्मार्ट कमरे बनवाए.  जिनमें स्क्रीनिंग के माध्यम से छात्राएं पढ़ाई करती है. इसके अलावा प्राचार्य ने विभाग से बजट लेकर दो कंप्यूटरलैब, म्यूजिक रूम आर्ट एंड क्राफ्ट रूम,  लाइब्रेरी स्थापित की.

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