सोनीपत । जिला कारागार में हुई जगबीर हत्या के केस में यह सामने आया है कि हत्या से पहले जगबीर ने अपने आप को बचाने के लिए बहुत संघर्ष किया था. लेकिन हमलावरों की संख्या ज्यादा होने की वजह से जगबीर अपनी जान नहीं बचा पाया. शनिवार को जगबीर को कारागार में लाया गया था. 16 फरवरी को जगबीर को सीआईए ने अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था.
जगबीर ने की थी खुद को बचाने की कोशिश शरीर पर दर्जनो निशान
जिला कारागार में मारे गए जगबीर की हत्या के केस में जांच में कुछ ऐसी चीजें सामने आई है जो आपको हैरान कर देगी. जगबीर के शरीर पर दर्जनों भर चोट के निशान मिले हैं. चम्मच को घिस कर नुकीला बना कर जगबीर के सीने पर वार किए जाने के निशान है. सीने के साथ-साथ सिर पर और हाथ पर कई वार किए गए हैं. जिससे यह साफ प्रतीत होता है कि जगबीर ने स्वयं को बचाने के लिए काफी संघर्ष किया था. इसी संघर्ष की वजह से उस पर इतने सारे वार किए गए हैं. हमलावरों ने उसे पकड़ कर उसके सिर को चक्की में मारा है. इसके साथ ही बाद में उसके गले को भी परना से दबाया गया है. इसे साफ जाहिर होता है कि हमलावर यह नहीं चाहते थे कि वह किसी भी तरह बचे.
अवैध हथियारों के साथ पुलिस ने किया था गिरफ्तार
16 फरवरी को सीआईए की टीम ने जगबीर को गिरफ्तार किया था. जगबीर के पास अवैध हथियार जिसमें पिस्तौल शामिल थी , आदि मिले थे. पुलिस के मुताबिक जगबीर ने कबूल लिया था कि वह खानपुर के सुधीर की हत्या का प्लान बना रहा था. जगबीर ने अपने साथियों के साथ मिलकर सुधीर की रैकी भी करवाई थी. पुलिस के अनुसार जगबीर को पैसों के लेनदेन के संबंध में सुधीर से रंजिश थी. इसके साथ ही जगबीर ने सुधीर के बहनोई नरेंद्र से भी हाथ मिला रखा था. सुधीर ने नरेंद्र के विरुद्ध कई केस दर्ज करवाए हुए थे.
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