सोनीपत | आपने शादी तो बहुत देखी होगी मगर आज जिस शादी की बात करने जा रहे हैं वह एक अनोखी ही शादी है. सोनीपत के अमित और करनाल के आशु सात समंदर पार परिणय सूत्र में बंध गए हैं. दोनों की शादी बहुत ही अनोखी थी जिसकी काफी चर्चा है. शादी में सभी रस्में हरियाणवी रीति- रिवाजों के अनुसार निभाई गईं.
सोनीपत से बारात भी करनाल गई लेकिन न तो दूल्हा था और न ही दुल्हन बारात लेकर अपने ससुराल पहुंची. वहीं, लड़का और लड़की की शादी यूएसए में हो रही थी. दोनों परिवार यहां अपने घर में सात समंदर पार शादी की रस्में पूरी कर रहे थे. लड़के के टीके से लेकर आशीर्वाद तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन हुई.
अमेरिका में खोली है कंपनी
सोनीपत के संदल खुर्द गांव के रहने वाले अमित लाकड़ा ने साल 2014 में मलेशिया की मर्चेंट नेवी में नौकरी शुरू की थी. इसके बाद, उन्होंने कई देशों में काम किया. साल 2017 में उन्होंने यूएसए में अपनी ट्रैकिंग कंपनी बनाई. वहां अमित की मुलाकात करनाल के सेक्टर 12 निवासी आशु के से हुई. दोनों के विचार मिले और एक दूसरे के इतने करीब आ गए कि 19 मार्च को दोनों ने शादी कर ली. आशु अमेरिका में अपनी कंपनी भी चला रही हैं.
बैंक्वेट हॉल में हुआ कार्यक्रम
दोनों के परिवार वाले भी शादी के लिए राजी हो गए. दोनों की शादी 19 मार्च को तय हुई थी. किसी वजह से दूल्हा-दुल्हन भारत में अपने घर नहीं आ सके तो तय हुआ कि शादी की सारी रस्में ऑनलाइन होंगी. इसके लिए हाई स्पीड इंटरनेट और टीवी स्क्रीन की व्यवस्था की गई थी. पहले अमित के परिवार ने सोनीपत के एक प्राइवेट बैंक्वेट हॉल में टीका और सगाई की रस्म अदा की. बाद में शोभायात्रा करनाल पहुंची. जहां आशु के घरवालों ने जोरदार स्वागत किया.
सभी रस्में हुई ऑनलाइन
दोनों की शादी की सारी रस्में ऑनलाइन ही की गईं. लड़की के पिता की ओर से टीवी स्क्रीन पर कमेंट्री भी की गई. सात समंदर पार के लड़का-लड़की ऑनलाइन थे. वहीं, दोनों के परिवार वाले भी शादी की पूरी रस्में ऑनलाइन ही निभा रहे थे. स्क्रीन के जरिए ही लड़के के घरवालों ने रिंग सेरेमनी और दूसरी रस्में भी निभाईं. अमित की मां गुड्डी ने कहा कि बेटा अमेरिका में रहता है, जबकि करनाल की लड़की रहती है. अमित के चाचा का बेटा और बहन भी वहीं रहते हैं.
परिजनों ने हल्दी की रस्म की अदा
दुल्हन आशु के परिवार के कुछ रिश्तेदार भी यूएसए में रहते हैं. उन्होंने दूल्हे अमित को हल्दी लगाने की प्रक्रिया से लेकर फेरे की प्रक्रिया को पारंपरिक रीति- रिवाजों के साथ पूरा करवाया. वहां दोनों ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए. ऑनलाइन स्क्रीन के माध्यम से ही वर- वधु के परिजनों व परिजनों ने आशीर्वाद दिया.
बारात बिना दुल्हन के लौटी
सोनीपत के संदल गांव में अमित का परिवार भी इस अनोखी शादी से काफी खुश है. शादी को लेकर घर में पूरी खुशी थी. ऐसा पहली बार हुआ है कि बारात बिना दूल्हे के चली गई और बारात बिना दुल्हन के घर लौट गई लेकिन दोनों परिवारों के सदस्यों ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि उनके बच्चों ने विदेशों में भी अपने मूल्यों को बरकरार रखा है. पाश्चात्य सभ्यता में रहते हुए भी माटी की परम्परागत रीति- रिवाजों को जीवित रखा गया है.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!