प्राइवेट स्कूल के छात्रों का बिना SLC सरकारी स्कूलों में होगा दाखिला, बस करना होगा ये काम

सोनीपत । कोरोना काल के दौरान देश भर में तमाम स्कूल बंद हैं, लेकिन इस दौर में भी प्राइवेट स्कूलों की लूट जारी है. प्राइवेट स्कूलों की मनमानी से परिजन परेशान हैं. वहीं राज्य शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों को बिना SLC (स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट) विधार्थियों का एडमिशन लेने के निर्देश जारी किए हैं. इस फैसले के बाद अब अध्यापक स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए छात्रों के अभिभावकों से सीधा सम्पर्क कर रहे हैं. सरकारी स्कूलों में एडमिशन लेने के फायदे गिनाकर अध्यापक अब परिजनों से बच्चों का दाखिला करवाने की अपील कर रहे हैं.

student corona school

पैरेंट्स पर इस अपील का प्रभाव भी देखा जा रहा है. गोहाना के राजकीय कन्या स्कूल में बड़ी तादाद में पैरेंट्स अपने बच्चों का दाखिला करवाने के लिए पहुंच रहे हैं. सरकारी स्कूलों में बिना एसएलसी के विधार्थियों को एडमिशन किए जा रहे हैं. कोई भी विधार्थी स्कूल आकर दाखिला ले सकता है. शिक्षा विभाग की इस योजना का लाभ विधार्थी और उनके अभिभावक ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकें, इसके लिए प्रिंसिपल के नेतृत्व में टीम लगातार लोगों से मुलाकात कर रही है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा सेक्शन में दिल्ली- कटरा एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली शुरू, सफर के लिए चुकाने होंगे इतने रूपए

यह टीम सरकार द्वारा स्कूलों में दी जाने वाली सहूलियतों के बारे में अभिभावकों को अवगत कराकर अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करवाने की अपील कर रही है. शिक्षा विभाग के निर्णय को आमजन तक पहुंचाने के लिए बीईओ ने प्रत्येक स्कूल में एक कमेटी का गठन किया हुआ है. यह कमेटी हर रोज गांव व स्कूल के आसपास के एरिया में जाकर लोगों से मुलाकात कर रही है और उन्हें सरकार द्वारा स्कूलों में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से समझा रहीं हैं.

यह भी पढ़े -  गुरुग्राम यूनिवर्सिटी ने जारी की स्नातक कोर्सेज के लिए परीक्षा डेटशीट, 23 नवंबर से डाउनलोड कर सकते हैं E-Admit Card

BEO जाकर स्कूलों की बनाई कमेटी की जानकारी जुटाएगी

स्कूलों में बनी कमेटी नियमित रूप से लोगों से मुलाकात कर रही है या नहीं,बीईओ स्कूल में जाकर इसकी जानकारी जुटाने का काम करेगा. यदि कोई कमेटी सर्वे से नदारद पाई गई तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. राज्य शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार जो विधार्थी सरकारी स्कूल में एडमिशन लेने का इच्छुक हैं और उसके पास एसएलसी नहीं है तो आधार कार्ड, जाति प्रमाण-पत्र, राशनकार्ड, बैंक खाते की फोटोकॉपी और दो फोटो लेकर दाखिला ले सकता है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा के इस जिले में खुली अटल कैंटीन, मिलेगा मात्र 10 रूपए में भरपेट स्वादिष्ट खाना; महिलाओं के हाथ रहेगा पूरा जिम्मा

शिक्षा विभाग के इस आदेश के बाद दाखिला लेने के लिए बच्चों की भीड़ बढ़नी शुरू हो गई है. इसे देखते हुए स्कूल प्रिंसिपल ने प्रत्येक कक्षा में एडमिशन करने के लिए एक कमेटी का गठन किया हुआ है. यह कमेटी कागजातों की जांच करने के बाद उसका एडमिशन करेंगी और एमआईएस पोर्टल पर अपलोड करवाने का काम करेंगी. एडमिशन होते ही विधार्थी की ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो जाएगी.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit