हरियाणा के पहाड़ों में रेलवे बनाएगा जुड़वा सुरंग, न्यू ऑस्ट्रियाई टनलिंग विधि से बनेगी; इन क्षेत्रों को होगा फायदा

सोनीपत | भारतीय रेलवे हरियाणा में अरावली की पहाड़ियों के बीच जुड़वा सुरंग बनाने जा रहा है जिसका काम जल्द शुरु होने वाला है. बता दें कि 4.7 किलोमीटर लंबी इस दोहरी सुरंग का निर्माण कार्य हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HRIDC) की ओर से किया जाएगा. इसकी खास बात यह है कि यह देश की पहली ऐसी सुरंग होगी जो दो पहाड़ियों के बीच जुड़वा सुरंग होगी.

Railway Train Tunnel Surang

हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने सोमवार को कहा है कि हरियाणा ऑर्बिट रेल कॉर्पोरेशन (HORC) की जुड़वां सुरंग का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा. इसके माध्यम से गुरुग्राम में प्रस्तावित आईएमटी सोहना और धुलावट स्टेशनों के बीच की दूरी कम हो जाएगी.

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माल लाने व ले जाने में होगा फायदा

हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल जो कि हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एचआरआईडीसी) के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने बताया है कि प्रत्येक सुरंग की लंबाई 4.7 किलोमीटर है और यह अरावली पर्वतमाला की 80 मीटर ऊंची चट्टान से होकर गुजरेगी. इसके निर्माण पर 1,088 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी. इसके बन जाने से वहां के आम नागरिकों व अन्य लोगों को काफी फायदा होगा.

न्यू ऑस्ट्रियाई टनलिंग विधि से बनेगी सुरंग

HRIDC की मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि एचओआरसी परियोजना के अंतर्गत इस जुड़वां सुरंग के निर्माण से माल परिवहन में आसानी होगी. इससे क्षेत्र में आर्थिक विकास भी डेवलप होगा. इस परियोजना में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा. इसमें न्यू ऑस्ट्रियाई टनलिंग विधि भी शामिल होगी जो चुनौतीपूर्ण इलाके में सुरंग बनाने में अपनी सुरक्षा और दक्षता के लिए प्रसिद्ध है. उन्होंने आगे बताया कि सुरंगों में उच्च ऊंचाई वाले ओवरहेड विद्युतीकरण (ओएचई) प्रणाली और गिट्टी रहित ट्रैक (बीएलटी) प्रणाली जैसे तत्व भी शामिल होंगे.

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इसमें होकर गुजरेंगी ट्रेनें

हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर पर चलने वाली ट्रेनें इस सुरंग से होकर ही गुजरेंगी. खास बात यह है कि इस जुड़वां सुरंग के जरिए हरियाणा के सोहना और नूंह जिले रेल मार्ग से जुड़ जाएंगे. इस सुरंग की ऊंचाई करीब 25 मीटर होगी. ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर कुंडली- मानेसर- पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे के साथ बनाया जा रहा है.

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ट्विन टनल से होंगे ये बड़े फायदे

यह रेल कॉरिडोर सोहना और मानेसर के रास्ते पलवल और सोनीपत को जोड़ता है. इससे सबसे ज्यादा फायदा मानेसर, सोहना और सोनीपत को मिलेगा. इस कॉरिडोर से यात्री ट्रेनों को 160 किलोमीटर की रफ्तार से चलाया जा सकेगा.

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