हरियाणा की बेटी अंशु मलिक ने रचा इतिहास, वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में जीता सिल्वर मेडल

जींद | हरियाणा के खिलाड़ियों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर देश के लिए पदक जीतने का सिलसिला जारी है. विश्व रेसलिंग चैंपियनशिप में अंशु मलिक ने सिल्वर पदक जीतकर इतिहास रच दिया है. हरियाणा की बेटियां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम ऊंचा कर रही है. अंशु मलिक की यह जीत ऐतिहासिक हैं.

anshu malik

नॉर्वे के ओस्वे में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में गुरुवार को भारतीय महिला पहलवान 19 वर्षीय अंशु मलिक ने 57 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर पदक जीता. अंशु को फाइनल मुकाबले में दो बार की ओलंपिक चैंपियन हेलेन मरौलिस के हाथों 4-1 से हार का सामना करना पड़ा. वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में अंशु भारत के लिए सिल्वर पदक जीतने वाली पहली महिला बन चुकी है.

विश्व चैंपियनशिप में अंशु का सफर

फाइनल में भले ही अंशु को हार का सामना करना पड़ा लेकिन वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनका सफर शानदार रहा. अंशु भारत की ओर से फाइनल मुकाबले में पहुंचने वाली पहली महिला रेसलर बनी. 19 वर्षीय अंशु मलिक का फाइनल में पहुंचने तक का सफर काफी अच्छा रहा. उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में यूक्रेन की पहलवान को 11-0 से एकतरफा मात दी. इससे पहले क्वार्टरफाइनल में अंशु ने मुकाबले में कजाखस्तान की निलुफर रेमोवा को तकनीकी दक्षता के आधार पर हराया. इसके पहले अंशु ने मंगोलिया की देवाचिमेग एर्खेमबायर को 5-1 से शिकस्त दी.

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अंशु ने कई रिकॉर्ड किए अपने नाम

विश्व चैंपियनशिप में भारतीय महिला टीम का अब तक का यह सबसे शानदार प्रदर्शन है. सिल्वर पदक जीतने के साथ ही अंशु ने कई उपलब्धियां अपने नाम की. अंशु विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला बनी. उनसे पहले विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 4 महिलाओं ने पदक जीता है लेकिन सभी को ब्रॉन्ज मेडल मिला है. गीता फोगाट ने 2012 में, बबीता फोगाट ने 2012 में, पूजा ढांडा ने 2018 और विनेश फोगाट ने 2019 में कांस्य का तमगा जीता था. अंशु विश्व चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने वाली तीसरी भारतीय बनी. उनसे पहले सुशील कुमार (2010) और बजरंग पूनिया (2018) यह कमाल कर चुके हैं, इनमें से सुशील ही स्वर्ण जीत सके हैं.

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अंशु मलिक की उपलब्धियां

वर्ष 2016 में अंशु मलिक ने जूनियर स्‍तर पर हुई विश्व कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. वर्ष 2018 में भी अंशु मलिक ने विश्व कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता. इसके बाद वर्ष 2019 में जूनियर स्तर हुई एशियन चैंपियनशिप में अंशु ने गोल्ड मेडल जीता. वर्ष 2020 में नई दिल्‍ली में हुई एशियन चैंपियनशिप में अंशु ने ब्रॉन्ज जीता. वर्ष 2020 हुए वर्ल्ड कप में अंशु को सिल्‍वर मेडल मिला. वर्ष 2021 में अलमाती में हुई एशियन चैंपियनशिप में अंशु को गोल्ड मेडल हासिल हुआ था.

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पहलवान अंशु मलिक हरियाणा के जींद जिले के गांव निडानी से हैं. अंशु का जन्म 5 अगस्त 2001 में हुआ था और इस लिहाज से वह अभी मात्र 19 वर्ष की ही हैं. 12 वर्ष की आयु से ही अंशु अखाड़े में उतर गई थी. अंशु मलिक को पहलवानी विरासत में मिली है. उनके ताऊ नेशनल लेवल के पहलवान थे और पिता भी पहलवान ही हैं. उन्होंने ही अंशु मलिक को शुरुआती दांव-पेच सिखाए थे.

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