हिसार । ताउते चक्रवर्ती तुफान का असर हरियाणा प्रदेश में इतना अधिक देखने को मिला कि यहां मई महीने का अधिकतम तापमान का 39 वर्ष का रिकॉर्ड ही ध्वस्त हो गया. एचएयू के मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ मदन खिचड़ ने बताया कि इससे पहले मई के महीने में इतनी ठंड वर्ष 1982-83 में पड़ी थी. जहां मई के महीने में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक पहुंच जाता है , वहां तापमान में सामान्य से 19 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखने को मिली.
यह हाल हरियाणा के उन शहरों का है जो मई महीने में ही अपने बढ़ते तापमान के कारण प्रदेशभर में चर्चा का कारण बनते हैं. रोहतक और नारनौल में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया. ताउते साइक्लोन की नमी भरी हवाओं की वजह से हरियाणा में बुधवार को एक कम दबाव क्षेत्र बना, जिससे उतरी व दक्षिणी हरियाणा के कई जिलों में मंगलवार रात्रि से ही लगातार बूंदाबांदी हो रही है. वहीं पश्चिम हरियाणा के जिले हिसार, सिरसा व फतेहाबाद में बादलवाही और हल्की बूंदाबांदी हुई है.
पश्चिमी हरियाणा में आज हों सकतीं हैं बारिश
एचएयू यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ मदन खिचड़ ने बताया कि वीरवार को पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक प्रभाव ,ताउते साइक्लोन की नमी भरी हवाओं के साथ मिलकर पश्चिमी हरियाणा में बारिश करने का काम करेगा. हालांकि बारिश न होने की वजह से कई क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान में गिरावट नजर आई है. 21 मई तक मौसम इसी प्रकार बना रहेगा. बुधवार को राजस्थान में डीप डिप्रेशन की वजह से हरियाणा में कई जगहों पर लगातार बारिश देखने को मिली.
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