Haryana Mausam Update: हरियाणा में नए साल में पश्चिमी विश्वोभ लाएगा बर्फीली हवा, अलर्ट जारी

चंडीगढ़, Haryana Mausam Update | हरियाणा और उत्तर पश्चिमी भारत के इलाकों में सर्दी का उतार-चढ़ाव पश्चिम से आने वाली हवाओं पर निर्भर करता है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंड बढ़ती या घटती है क्योंकि यह हवाओं की दिशा के साथ-साथ गति भी निर्धारित करती है. स्काईमेट के वाइस प्रेसिडेंट महेश पलावत बताते हैं कि फिलहाल, इराक के आसपास पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है जिससे अगले दो दिनों में पहाड़ों में बारिश हो सकती है लेकिन मैदानी इलाकों में इसका असर ज्यादा नहीं होगा.

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हालांकि, दो दिन बाद यानी 29 और 30 दिसंबर को फिर से एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और यह नए साल में हरियाणा के इलाकों में उत्तर और उत्तर पश्चिम दिशा से बर्फीली हवाएं लाएगा.

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हरियाणा में सर्दी का सितम

हरियाणा के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड और घना कोहरा दर्ज किया गया, जिसमें 2.4 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ नारनौल क्षेत्र में सबसे ठंडा रहा. हरियाणा के हिसार में कड़ाके की ठंड दर्ज की गई और न्यूनतम तापमान गिरकर 2.5 डिग्री सेल्सियस हो गया. अंबाला में न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस करनाल में 6.8 डिग्री सेल्सियस. रोहतक में 6.6 डिग्री सेल्सियस भिवानी में 5.5 डिग्री सेल्सियस और सिरसा में 5.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.

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चंडीगढ़ का तापमान

राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस लुधियाना में 6 डिग्री सेल्सियस, पठानकोट में 8.8 डिग्री सेल्सियस, बठिंडा में 3.6 डिग्री सेल्सियस, फरीदकोट में 6 डिग्री सेल्सियस और गुरदासपुर में 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

राजस्थान के बठिंडा और बीकानेर में दृश्यता शून्य रही जबकि अंबाला, हिसार, अमृतसर, पटियाला, गंगानगर, चूरू और बरेली में दृश्यता घटकर 50 मीटर और उससे भी नीचे रही. अगले कुछ दिनों तक इन इलाकों में कोहरे की स्थिति बनी रहेगी.

जानिए कोहरे की कैटेगरी…

IMD के अनुसार, ‘बहुत घना’ कोहरा तब होता है जब दृश्यता 0 से 50 मीटर के बीच होती है. 51 और 200 मीटर ‘घने’, 201 और 500 ‘मध्यम’ और 501 और 1,000 ‘उथले’ हैं. मैदानी इलाकों में यदि न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है तो आईएमडी शीत लहर की घोषणा करता है.

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न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम होने और सामान्य से 4.5 डिग्री कम होने पर शीत लहर की भी घोषणा की जाती है. एक ‘गंभीर’ शीत लहर तब होती है जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस गिर जाता है या सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस अधिक हो जाता है.

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