चंडीगढ़ | हरियाणा में अमूमन मानसून सीजन बीत जाने के बाद सर्दियों की आहट शुरू हो जाती है, लेकिन अबकी बार अक्टूबर का महीना और नवंबर का आधा महीना बीत जाने के बाद भी सर्दी का एहसास नहीं हो रहा था. दोपहर के समय तो जून और जुलाई जैसी गर्मी का एहसास हो रहा था. हालांकि, अब पहाड़ों में हुई बर्फ़बारी का असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है और प्रदेश में ठंड का एहसास होना भी शुरू हो चुका है.
22 नवंबर से होगा मौसम में बदलाव
मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 17 नवंबर से हल्की गति से उतरी और उत्तर पक्षिमी हवाएं चलने की संभावना बताई गई थी, लेकिन रविवार को अचानक से मौसम में परिवर्तन होने से लोगों को ठंड का एहसास हुआ. विभाग का कहना है कि 22 नवंबर की रात से पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के चलते मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. बीते 24 घंटे के दौरान हिसार के तापमान में 2.5 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली, वहीं करनाल का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
5 जिलों में स्कूल बंद, 9 पर भी फैसला संभव
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में इस महीने के अंत तक स्मॉग की स्थिति इसी प्रकार बनी रहेगी.
दूसरी तरफ प्रदेश में प्रदूषण, घने कोहरे और धुंध के चलते दिल्ली- एनसीआर में आने वाले पांच जिलों रोहतक, सोनीपत, नूंह, झज्जर और पानीपत के प्राइमरी स्कूल बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली- NCR में आने वाले हरियाणा के 14 जिलों में ग्रैप 4 की पाबंदियां लागू कर दी गई हैं. ऐसे में बाकी नौ जिलों में भी अब स्कूल बंद होने की संभावना जताई जा रही है.
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