हिसार, Haryana Weather Update | बीते दो-तीन दिन से हरियाणा राज्य के भीतर मानसून की सक्रियता तेजी से बढ़ी. जिसके बाद प्रदेश के अधिकतर जिलों में जबरदस्त मानसूनी बारिश देखने को मिली. पहली मानसून बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई तो कई इलाकों में लोगों को जलभराव के कारण परेशानियों का सामना भी करना पड़ा. 14 जुलाई को आगामी दिनों के मौसम को लेकर मौसम विभाग हिसार द्वारा पूर्वानुमान रिपोर्ट जारी की गई है.
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग अध्यक्ष डॉ. मदन खिचड़ द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, हरियाणा राज्य में अगले दो दिनों 15 व 16 जुलाई को मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने व उत्तरी हरियाणा में कहीं-कहीं व दक्षिण पाश्चिमी क्षेत्रों में कुछ एक स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है. परन्तु 17 जुलाई से बंगाल की खाड़ी में एक और लो प्रेशर एरिया बनने से मानसून की सक्रियता फिर से बढ़ने के कारण राज्य के सभी क्षेत्रों में गरज-चमक व हवायों के साथ 18 जुलाई से 21 जुलाई के बीच बारिश होने की संभावना है. इस दौरान कुछ एक क्षेत्रों में तेज व भारी बारिश होने की भी संभावना है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग नई दिल्ली ने राज्य में हुई पहली मानसून बारिश के बाद कुछ आंकड़े जारी किए हैं. जारी आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा राज्य में मानसून की सक्रियता के बावजूद 1 जून से 14 जुलाई तक 83.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है जो सामान्य बारिश (112.9 मिलीमीटर) से 26 प्रतिशत कम है. हालांकि इस बात की भी संभावनाएं जताई गई है कि जैसे-जैसे राज्य के भीतर मानसून का प्रभाव बढ़ेगा बारिश के मिली मीटर में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी.
12 जुलाई से बंगाल की तरफ से नमी वाली पुरवाई हवाएँ, अरब सागर पर बने एक कम दबाब का क्षेत्र तथा मॉनसून टर्फ हिमालय की तलहटियों से दक्षिण की और आने से दक्षिण पाश्चिमी मॉनसूनी हवाओं के लिए हरियाणा के भीतर प्रवेश करने की अनुकूल परिस्थिति बनी. जिसके बाद 13 और 14 जुलाई को राज्य के लगभग सभी इलाकों में हल्की-फुल्की बारिश हुई लेकिन यमुनानगर, करनाल और गुरुग्राम में रिकॉर्ड तोड़ बारिश भी देखने को मिली. पहली मानसून बारिश के बाद प्रदेश के तापमान में भी 5 से 7 डिग्री सेल्सियस कमी दर्ज हुई.
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