चंडीगढ़ | मई के दूसरे पखवाड़े में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्र में प्री-मानसून गतिविधियां देखी गईं. हरियाणा की बात करें तो मई के महीने में अब तक क्षेत्र में सरप्लस बारिश देखने को मिली है. अंबाला और महेंद्रगढ़ को छोड़कर बाकी सभी जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है. अंबाला में सामान्य से 23 फीसदी कम और महेंद्रगढ़ जिले में 43 फीसदी कम बारिश हुई है. आने वाले दिनों में भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण हरियाणा, दिल्ली और पंजाब सहित पहाड़ी इलाकों में बारिश की संभावना है.
हालांकि मौसम विभाग ने शनिवार को पश्चिमी हिमालय के पास एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना जताई है. लेकिन इसका असर पहाड़ी इलाकों में देखने को मिलेगा. मैदानी इलाकों में इसका असर बहुत कम देखा जा सकता है. मैदानी इलाकों में मौसम में बदलाव जरूर दिखाई देगा.
आसमान में बादल छाए रहने और तेज हवाएं चलने की संभावना है. वहीं दो दिनों से तापमान में इजाफा हो रहा है. एक बार फिर गर्मी ने लोगों की परीक्षा लेनी शुरू कर दी है. अच्छी बात यह है कि इस महीने के बाकी दिनों में लू की स्थिति नहीं रहेगी.
एक नया पश्चिमी विक्षोभ 28 मई तक पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी ओडिशा और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है. एक टर्फ लाइन पूर्वी बिहार से झारखंड और ओडिशा होते हुए तटीय आंध्र प्रदेश तक फैली हुई है. चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र नागालैंड और आसपास के क्षेत्र पर बना हुआ है. निचले स्तरों पर, एक टर्फ लाइन उत्तर आंतरिक कर्नाटक से दक्षिण तमिलनाडु तक फैली हुई है.
मई के महीने में बारिश की स्थिति
- पंचकुला 26.8 मिमी 37.7 मिमी 41 प्रतिशत
- अंबाला 25.8 19.9 -23
- यमुनानगर 25.0 40.963
- कुरुक्षेत्र 11.1 63.1 469
- कैथल 8.5 37.5 341
- करनाल 15.8 52.6 233
- जींद 14.2 34.7 144
- फतेहाबाद 12.5 30.7 146
- सिरसा 12.0 16.1 34
- हिसार 13.7 29.4 115
- पानीपत 10.2 30.8 202
- सोनीपत 18.1 26.5 46
- रोहतक 17.8 30.3 70
- झज्जर 10.2 39.7 289
- रेवाड़ी 11.5 19.6 71
- गुरुग्राम 16.0 55.3 314
- फरीदाबाद 17.0 55.5 226
- पलवल 9.0 119.5 117
- मेवात 16.3 89.0 446
- महेंद्रगढ़ 16.6 9.1 -45