हरियाणा: मौसम विभाग ने 2 मई तक जारी किया पूर्वानुमान, इस दिन है लू चलने के आसार

हिसार । इस बार की गर्मी ने से हर किसी की हालत खस्ता हो चुकी है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि तापमान में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है और यह बढ़ोतरी रुकने का नाम नहीं ले रही है. जिस वजह से गर्मी ने लोगों को घरों में रहने के लिए मजबूर कर दिया है. हालांकि कुछ समय पहले पश्चिमी विक्षोभ के असर की वजह से तापमान में गिरावट तो जरूर दर्ज हुई थी. मगर फिर से अब मौसम पहले की तरह या यूं कह लें कि इससे भी ज्यादा अधिक गर्म हो चुका है.

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चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हिसार)के मौसम विज्ञान विभाग ने 2 मई तक हरियाणा के मौसम को लेकर पूर्वानुमान बताया है. इस बार एक एंटीसाइक्लोनिक सरकुलेशन राजस्थान के ऊपर बन रहा है. जिससे गर्म व खुश्क हवाएं आने से हरियाणा राज्य में मौसम के 2 मई तक खुश्क बने रहने की संभावना है. वहीं पश्चिमी विश्वोभ का भी दूर दूर तक कोई प्रभाव नहीं दिख रहा है.

सबसे अहम बात यह है कि तापमान में भी वृद्धि होने की बात मौसम विभाग द्वारा इस बार के पूर्वानुमान में कही गई है. मौसम विभाग ने कहा है कि इस दौरान दिन का तापमान सामान्य से अधिक बने रहने की संभावना है. परन्तु रात्रि तापमान सामान्य के आसपास या हल्की बढ़ोतरी दर्ज होने की संभावना है.

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मौसम विभाग ने आगे कहा है कि इस दौरान 30 अप्रैल व 1मई को पश्चिमी व दक्षिणी हरियाणा में लू चलने व कुछ एक स्थानों पर धूलभरी हवाएं चलने की भी संभावना है. हरियाणा राज्य में 2 मई के बाद ही मौसम में बदलाव आने की संभावना बन रही है. इससे पहले किसी भी तरह से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है.

 क्या है एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन

एंटी-साइक्लोनिक सर्कुलेशन का मतलब हवा का बिखरना है. चक्रवाती परिसंचरण में एक कम दबाव का क्षेत्र बनता है और हवाएँ एक साथ ऊपर उठती हैं. एंटी-साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक उच्च दबाव का क्षेत्र बनाता है जिसमें हवाएं बिखरती और गिरती हैं. प्रतिचक्रवात के केंद्र में उच्च दाब के कारण ऊपर से नीचे की ओर तेज हवा का झोंका आता है और गर्म हवा नीचे आती है. जिसके कारण हवा गर्म हो जाती है और इसकी नमी भी कम होती है. गर्म वायु उच्च दाब क्षेत्र से निम्न दाब क्षेत्र की ओर गति करती है. उत्तरी गोलार्ध में, एंटी-साइक्लोनिक हवाएं दक्षिणावर्त चलती हैं, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में, एंटी-क्लॉकवाइज.

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