चंडीगढ़ | अगले लगभग 1 सप्ताह तक कोई भी बड़ा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिम हिमालय क्षेत्र को प्रभावित नहीं करेगा. जिसके कारण स्वरूप उत्तर पश्चिम दिशा ठंडी हवाएं बिना अवरोध की चलती रहेगी. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में अगले 2 से 4 दिनों के दौरान तापमान और ज्यादा गिरने की संभावना है.
मौसम विभाग का अनुमान है कि हरियाणा तथा राजस्थान के कुछ जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है. साथ ही शीत लहर भी चलने की संभावनाएं नजर आ रही है. दिन का तापमान सामान्य या सामान्य से थोड़ा नीचे रहेगा. पश्चिमी विक्षोभ के अभाव के कारण उत्तर भारत में अगले कई दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है.
पिछले काफी दिनों से एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ तथा रख सागर में बने हुए निम्न दबाव के कारण पश्चिमी मध्य प्रदेश तक आने वाली दवाओं की रेखा के प्रभाव से उत्तर भारत में दक्षिण पूर्व तथा पूर्व दिशाओं में नव हवाएं चल रही थी. आद्रता बढ़ने के कारण बादल भी छाए हुए थे. जिसके कारण उत्तर भारत के न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री तक की वृद्धि दर्ज की गई थी. किंतु पिछले 24 घंटों के बीच हवाओ की दिशा एक बार फिर परिवर्तित हो गई है. जिसके फलस्वरूप आने वाले कुछ दिनों में कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है.
पहाड़ों के इलाकों पर बर्फबारी की संभावना भी कम है बरसात नहीं होने के कारण वातावरण में नमी नहीं बढ़ेगी तथा घना कोहरा नहीं छाएगा. जिसके फलस्वरूप दिन के समय तापमान अधिक नहीं गिरेगा. दिन में धूप रहने की तथा मौसम सुभाना बना रहने की संभावना है.
जानिए मौसम सिस्टम के बारे में
मौसम विभाग के अनुसार इस समय पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर एक गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और संबंधित चक्रवर्ती परिसंचरण औसत समुंदर स्तर के बारे में 5.8 किलोमीटर तक फैला हुआ है एक टफृ रेखा पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक गहरा निम्न दबाव के क्षेत्र से जुड़े हैं. चक्रवर्ती परिसंचरण से गुजरात होते हुए दक्षिण पूर्व राजस्थान तक फैली हुई है एक चक्रवर्ती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और आसपास के क्षेत्र में है, यह औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर तक फैला हुआ है.
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