हिसार | हरियाणा राज्य में अगस्त के दूसरे सप्ताह के बाद से ही मौसम लगातार अपनी करवटें बदल रहा है. मानसून की सक्रियता के कारण कई इलाकों में बारिश देखने को मिली तो कहीं मौसम परिवर्तनशील परंतु शुष्क बना रहा. कृषि मौसम विज्ञान विभाग हिसार द्वारा प्रदेश के आगामी दिनों में मौसम की स्थिति को लेकर पूर्वानुमान जारी किया गया है.
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग अध्यक्ष डॉ. मदन खिचड़ द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मॉनसून की टर्फ रेखा अब बीकानेर, भिवानी, दिल्ली, बरेली, गोरखपुर, दरभंगा, उत्तर पूर्व आसाम तक बनी हुई है, जिसका पाश्चिमी छोर अगले 24 घण्टों में हिमालय की तलहटियों की तरफ बढ़ने की संभावना को देखते हुए राज्य में मॉनसूनी हवाएँ थोड़ी कमजोर हो जाने से मानसून ब्रेक की स्थिति अगले चार दिनों तक बनने की संभावना बन रही है.
28 अगस्त तक मॉनसून पर ब्रेक लगने के कारण राज्य का मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने, बीच-बीच में आंशिक बादल तथा हल्की गति से पाश्चिमी हवाएँ चलने की संभावना है जिससे दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज होने की संभावना है. इस दौरान राज्य के उत्तरी क्षेत्र में कुछ एक स्थानों पर हल्की बारिश की भी संभावना है.
बता दें कि बंगाल की खाड़ी में बने एक कम दबाब के क्षेत्र व साथ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से मॉनसूनी हवायों की सक्रियता बढ़ने से हरियाणा राज्य में 20 अगस्त से 23 अगस्त के दौरान राज्य के उत्तर व दक्षिण क्षेत्रों के ज्यादातर जिलों में बारिश हुई परन्तु राज्य के पाश्चिमी जिलों में बादलवाई व कुछ एक स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई.
28 अगस्त के बाद फिर बारिश का अनुमान
कृषि मौसम विज्ञान विभाग के मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन खिचड़ का कहना है कि 28 अगस्त के बाद से प्रदेश में फिर से मॉनसून के लिए अनुकूल परिस्थिति बनेगी और लगभग सभी जिलों में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी. उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा राज्य के भीतर 15 से 20 सितंबर तक मॉनसून बना रहता है. वहीं पिछले साल की बात करें तो 26 सितंबर तक राज्य के भीतर मानसून ने अपनी सक्रियता दर्ज करवाई थी.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!