हिसार । इस साल लगातार बदलते मौसम ने किसानों को चिंता में डाल दिया है. फ़रवरी माह तक हुई बरसात तो किसानों के लिए वरदान थी लेकिन अब अगर बरसात हुई तो नुकसान के सिवाय कुछ हासिल नहीं होगा. मौसम वैज्ञानिकों का भी कहना है कि बरसात होने की स्थिति में सरसों व गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचने की पूरी संभावना है.
मौसम विभाग के अनुसार 6 व 7 मार्च को मौसम परिवर्तनशील रहेगा. 6 मार्च की शाम से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा और 7 मार्च को बादलवाही के साथ तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हो सकती है. शनिवार को मौसम में बदलाव के साथ तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. शनिवार को अधिकतम तापमान 27 डिग्री व न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. लगातार मौसम के बदलते रंग की वजह से किसान गेहूं की फसल में भी सिंचाई करने से डर रहे हैं.
आगे कैसा रहेगा मौसम
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक हिसार, डॉ मदन खिचड़ ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा. पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 6 व 7 मार्च को बादलवाही के साथ कुछ जगहों पर बूंदाबांदी होने की संभावना जताई जा रही है. 8 व 9 मार्च को मौसम आमतौर पर खुश्क रहने व दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज होगी. इसके अलावा रात्रि तापमान भी सामान्य के आसपास ही बना रहेगा.
ये कहना है किसानों का
किसानों का कहना है कि इस समय बरसात होने पर अगेती सरसों की फसल में नुकसान पहुंच सकता है. मार्च माह में बरसात की जरुरत नहीं होती है. इस समय बरसात के साथ चलने वाली तेज हवाएं गेहूं व सरसों की फसल के उत्पादन को सीधा प्रभावित करेगी और नुकसान के अलावा कुछ हासिल नहीं होगा. अगले सप्ताह से किसान सरसों की कटाई में जुट जाएंगे.
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