हिसार, Haryana Weather Update | हरियाणा में मानसून को दस्तक दिए एक महीने से भी ज्यादा का समय हो चुका है और अभी तक प्रदेश में सामान्य से 27 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है. दक्षिण- पश्चिम मानसून सीजन में बारिश ने प्रदेश के ज्यादातर जिलों को कवर किया है और अभी करीब डेढ़ महीना मानसून का बाकी है. ऐसे में बचे हुए दिन यानि 15 सितंबर तक मानसून से प्रदेश में और वर्षा होती है तो हरियाणा में यह मानसून पिछले कई सालों की तुलना में काफी अच्छा रहेगा.
राज्य में हो रही झमाझम बारिश कई जगह लोगों के लिए आफत बन गई है. हिसार, सिरसा, जींद, भिवानी जिलों में बहुत सी जगहों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है और खेत के खेत समुन्द्र बने हुए हैं जिससे फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई है. जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा पंप सेट के माध्यम से पानी निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन लगातार हो रही बारिश के चलते सभी प्रयास धरे के धरे रह गए हैं.
3 अगस्त तक वर्षा की संभावना
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने गहरे कम दबाब का क्षेत्र व मानसून टर्फ सामान्य स्थिति में बने रहने के कारण इन मौसमी सिस्टमों से मानसून की सक्रियता हरियाणा में 3 अगस्त तक बने रहने की संभावना हैं जिससे प्रदेश में अधिकतर स्थानों पर हवाओं व गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार नजर आ रहे हैं. इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की भी संभावना बनी हुई है.
पिछले दो- तीन दिनों में हुई बारिश ने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए. इससे पहले इतनी वर्षा देखने को नहीं मिली थी. प्रदेश के कई जिलों में तो बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और चारों तरफ़ सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है. हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी और जींद जिलें में ज्यादातर जगहों पर जलभराव की वजह से कपास की फसल को भारी नुक़सान पहुंचा है. बारिश का पानी खड़ा होने के चलते इन जिलों में मवेशियों के लिए चारे की भी समस्या पैदा हो गई है.
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